डीसी का जनता दरबार : इधर बूढ़ी मां अपनी बेटी के अत्याचार से मुक्ति मांग रही थी तो उधर बहनें भाइयों की कारस्तानी बता रही थी

धनबाद(DHANBAD): उपायुक्त माधवी मिश्रा ने मंगलवार को जनता दरबार का आयोजन किया. इसमें धनबाद चीरागोड़ा की रहने वाली एक बुजुर्ग महिला ने उपायुक्त से बेटी की प्रताड़ना से मुक्ति दिलाने की गुहार की. बुजुर्ग महिला ने डीसी को बताया कि उनकी चार बेटियां है. जिसमें तीसरे नंबर की बेटी, जिसकी शादी हो चुकी है, लेकिन ससुराल से वापस घर आ गई है. रोज प्रताड़ित और उनके साथ मारपीट करती है. बुजुर्ग महिला ने उपायुक्त से बेटी को घर से निकालने और प्रताड़ना से मुक्ति दिलाने की गुहार लगाई. उपायुक्त ने बुजुर्ग महिला को दो-तीन दिनों में समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया.
भाई के खिलाफ शिकायत को पश्चिम बंगाल से पहुंची थी बहनें
वहीं, पश्चिम बंगाल के अंडाल से आई दो महिलाओं ने बताया कि उनकी पैतृक जमीन गोमो कॉलेज के पास थी. परिवार में उनकी मां, दो भाई और तीन बहन है. उक्त जमीन रेलवे ने अधिग्रहित कर ली, भूमि अधीग्रहण के बाद दोनों भाइयों ने मुआवजा की राशि आपस में बांट ली और मां को घर से निकाल दिया. मां पिछले चार वर्ष से बेटी के साथ अंडाल में रहती है. महिलाओं ने उपायुक्त से इस मामले में हस्तक्षेप कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई. जनता दरबार में पूर्वी टुंडी की महिला ने उपायुक्त को बताया कि वह विधवा है और उनका एक दिव्यांग बेटा है. वहीं इलाके के कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से उनकी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है. विरोध करने पर दबंगों द्वारा गाली गलौज और मारपीट की जाती है.
जनता दरबार में और कई तरह की शिकायतें आई
इसके अलावा जनता दरबार में रेलवे द्वारा अर्जित की गई जमीन का मुआवजा दिलाने, ऑनलाइन रसीद निर्गत कराने, एसएनएमएमसीएच में एचआइवी पीड़ितों के लिए डायलिसिस मशीन उपलब्ध कराने, महावीर नगर स्थित तालाब की सफाई कराने, माननीय उच्च न्यायालय, रांची, के आदेश के बावजूद सास - ससुर द्वारा विवाहिता को घर का ताला खोलने से रोकने, बेटी के इलाज के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने सहित अन्य आवेदन प्राप्त हुए. जनता दरबार में निदेशक डीआरडीए राजीव रंजन, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नियाज अहमद मौजूद थे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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