धनबाद(DHANBAD): जामताड़ा से निकले साइबर अपराधियों ने झारखंड सरकार को मजबूर कर दिया कि वह सभी जिलों में साइबर थाना खोलें. सरकार ने आखिर इसकी घोषणा की कि झारखंड के सभी जिलों में साइबर थाने खुलेंगे. फिलहाल जामताड़ा, दुमका, देवघर ,धनबाद ,रांची और मेदनीनगर में ही साइबर थाने हैं. झारखंड सीआईडी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को प्रस्ताव भेजा. वर्तमान में झारखंड के साइबर अपराध प्रभावित 6 जिलों में साइबर थाने हैं. सभी थाने सीआईडी के अधीन काम करेंगे. साइबर अपराध की सूचना पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है.
इन जिलों में साइबर अपराधियों की गहरी पैठ
केंद्र सरकार भी अब साइबर अपराध के प्रति सजग और सचेत हुई है .साइबर अपराध के प्रभाव से महिलाओं और बच्चों को बचाने के लिए 500 करोड़ फंड की व्यवस्था की है. धनबाद दुमका, जामताड़ा, देवघर, गिरिडीह में साइबर अपराधियों की गहरी पैठ होती जा रही है. एक से एक खुलासे हो रहे हैं. धनबाद में मुंबई और दिल्ली पुलिस भी साइबर अपराधियों की खोज में पहुंच चुकी है. इधर जामताड़ा से कोलकाता पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले गिरोह के तीन लोगों को पकड़ा है. इनकी खासियत है कि जमशेदपुर के 32 लोगों को शिकार बनाया है. बिजली बिल के नाम पर ठगी करने वाले यह दोनों लोग शातिर अपराधी हैं. इन लोगों ने तो कोलकाता के एक जज से भी ठगी की थी. करमाटांड़ थाना क्षेत्र में छापेमारी कर यह गिरफ्तारी की गई है. जिन लोगों की गिरफ्तारी की गई है उनमें शिव शंकर मंडल, मिथुन मंडल और तपन कुमार मंडल शामिल है. इनके पास से मोबाइल, एटीएम कार्ड भी पुलिस ने बरामद किया है. जमशेदपुर पुलिस भी इनसे पूछताछ करने के लिए बंगाल जाएगी.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह
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