टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-झारखंड में बढ़ता अपराध ने आम आवाम की चेन तो छीन ही ली थी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरने भी काफी विचलित हो गये थे. इसे लेकर उन्होंने सख्त हिदायत राज्य के पुलिस आलाकमान को दे दी थी . राज्य में बढ़ते संगठित अपराध से सभी चिंतित थी. मुख्यमंत्री की फटकार के बाद पुलिस महकमा भी अब रेस हो गया है . संगठित आपराधिक गिरोह के अपराधियों, उनके सहयोगियों की गतिविधियों, आर्थिक स्रोतों, अर्जित संपत्ति आदि के खिलाफ झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ता यानि एटीएस 15 जुलाई से ही विशेष अभियान शुरू किया है.
ATS की ताबड़तोड़ कार्रवाई
डीजीपी के आदेश मिलने के बाद एटीएस ने इस अभियान के आगाज से ही एक्शन मोड में दिखी, महज 20 दिनों में विभिन्न जिलों के सहयोग से कुल 230 अभियान चलाये. इन अभियानों के दौरान एटीएस ने 130 व्यक्तियों का सत्यापन किया और इस दरम्यान 95 संदिग्धों से पूछताछ की. कुल 82 व्यक्तियों को बॉन्ड भरवाकर छोड़ा, 17 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया.
338 अपराधियों के खिलाफ गुंडा एक्ट
एटीएस ने अपने अभियान में इस कदर तेजी दिखायी की , इस दौरान 14 जिलों से 338 अपराधियों के खिलाफ गुंडा एक्ट में कार्रवाई करने के लिए प्रस्ताव गृह विभाग को भेजवाया. यह जानकारी पुलिस मुख्यालय में आइजी अभियान अमोल वीनुकांत होमकर, डीआइजी रांची अनूप बिरथरे व एसपी एटीएस सुरेंद्र कुमार झा ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी.
अपराधिक गिरोह का तैयार हो रहा डाटाबेस
पुलिस अफसरों ने बताया कि एटीएस ने अपराध अनुसंधान विभाग की मदद से राज्य में सक्रिय विभिन्न कुख्यात आपराधिक गिरोहों का विस्तृत डेटाबेस तैयार किया .संगठित आपराधिक गिरोह के सदस्यों व इनके समर्थकों को भी चिह्नित किया. एटीएस ने कुख्यात संगठित आपराधिक गिरोह जैसे जेल में बंद अमन साहू, अमन सिंह, अमन श्रीवास्तव, धनबाद जिले के कुख्यात फरार प्रिंस खान, रांची जिले के मृतक कालू लामा, जेल में बंद लवकुश शर्मा, रामगढ़ जिले के पांडेय गिरोह, जेल में बंद विकास तिवारी गिरोह, जमशेदपुर के अखिलेश सिंह गिरोह, पलामू के डब्लू सिंह गिरोह को चिन्हिंत किया है. इनके खिलाफ एटीएस की अलग-अलग टीमे बनाकर सख्ती से कार्रवाई कर रही है.
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