गुमला - लगातार ऐसी खबर आ रही है कि लोग प्रेम प्रसंग में पड़कर अपना जीवन खराब कर रहे हैं.यहां तक की अपना कैरियर भी चौपट कर रहे हैं. बहुत सारे लोग तो अपनी जान भी दे दे रहे हैं. यह एक सामाजिक संकट उत्पन्न हो गया है जो झारखंड ही नहीं पूरे देश में देखा जा रहा है.गुमला की एक युवती प्रेम प्रसंग में पड़कर अपनी जान गवां बैठी है.
जानिए गुमला में क्या हुआ
गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र के खोराजाम टोली की यह घटना है.यहां 25 वर्षीय युवती सुनीता कुजूर ने खुदकुशी कर ली है.उसने चूहा मारने वाली दवा का सेवन कर जान देने की कोशिश की.तबीयत खराब हुई और जब सदर अस्पताल ले जाया गया तो वहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. सुनीता कुजूर बुधवार की रात अपने रिश्तेदार के घर सरहुल मनाने के लिए पहुंची. वहीं उसका प्रेमी रहता था. युवती ने अपने प्रेमी पर शादी करने का दबाव डाला लेकिन प्रेमी शादी करने के पक्ष में नहीं था. इसी गुस्से में उसने चूहा मारने वाली दवा खा ली जिस कारण से वह बेहोश होकर घर में गिर गई.घरवाले उसे सदर अस्पताल ले गए जहां उसकी मौत हो गई.
क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक
प्रेम प्रसंग का मामला वैसे तो हमेशा से समाज में चला आ रहा है. लेकिन आजकल यह समस्या ज्यादा देखी जा रही है. कम उम्र वाले लड़के लड़कियों में इस तरह की प्रवृत्ति अधिक देखी जा रही है. प्रेम में विफल रहने की वजह से भी कई बार लोग अपनी जान दे देते हैं. वहीं कुछ लोग क्राइम करने से भी पीछे नहीं हटते. ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जिसमें प्रेमी ने प्रेमिका की जान ले ली. कई बार प्रेमिका भी अपने प्रेमी की जान ले लेती है. आत्महत्या जैसी घटनाएं तो लगातार हो रही हैं. ऐसे में मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि समाज को बड़ी भूमिका निभानी चाहिए. खास तौर पर परिवार को अपने बच्चों पर नजर रखनी चाहिए. अगर इस तरह की कहानी जानकारी मिले तो काउंसलिंग करने की जरूरत है. बच्चों को यह शिक्षा देनी चाहिए कि पहले वह अपना करियर बनाए, भविष्य देखे,इस तरह के माहौल बनाने की जरूरत है. इसमें परिवार और समाज की भी बड़ी भूमिका है.
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