धनबाद(DHANBAD): धनबाद के बहुचर्चित कोयला कारोबारी संजय सिंह की हत्या के मामले में 16 नवंबर को कोर्ट का फैसला आ सकता है. मामले की सुनवाई कर रहे जिला एवं सत्र न्यायाधीश 16 अखिलेश कुमार की कोर्ट ने सोमवार को मामले पर सुनवाई करते हुए जजमेंट की तिथि 16 नवंबर निर्धारित की है. संजय सिंह हत्या के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के नाती व बलिया से भाजपा एमएलसी रवि शंकर सिंह उर्फ पप्पू सिंह के खिलाफ न्यायालय में ट्रायल चल रहा है. न्यायालय में आरोपी की ओर से उनके अधिवक्ता की ओर से बहस पूरी कर ली गई है. 26 मई 1996 को संजय सिंह की हत्या गोली मारकर कर दी गई थी. धनबाद एसपी कोठी के समीप दिनदहाड़े घटना को अंजाम दिया गया था.
23 जनवरी 2019 को पप्पू सिंह के खिलाफ कोर्ट में आरोप गठन हुआ
23 जनवरी 2019 को पप्पू सिंह के खिलाफ कोर्ट में आरोप गठन किया गया था. बता दें कि धनबाद के कोयला कारोबार में संजय सिंह, सुरेश सिंह और मनोहर सिंह जुड़े हुए थे. इस तिकड़ी की कोयला व्यवसाय में तूती बोलती थी. लेकिन धीरे-धीरे यह तिकड़ी बिखरती चली गई. अभी तीनो में से कोई जीवित नहीं है. पहले मनोहर सिंह की हत्या की गई. मनोहर सिंह झरिया में रहते थे. उनकी हत्या लखनऊ के पेट्रोल पंप में उस समय कर दी गई थी, जब वह गाड़ी में पेट्रोल भरवाने पेट्रोल पंप पहुंचे थे. इस घटना के बाद कोयलांचल में हड़कंप मच गया था. जीतनी मुँह ,उतनी तरह की बातें कहीं जा रही थी.
26 मई 1996 को संजय सिंह की हत्या की गई
मनोहर सिंह की हत्या के बाद 26 मई 1996 को संजय सिंह की हत्या धनबाद एसपी कोठी के सामने कर दी गई. इस हत्याकांड ने पुलिस प्रशासन को झकझोर कर रख दिया था. उस समय धनबाद के एसपी थे सुनील कुमार. एसपी कोठी में ही धनबाद और बैंक मोड़ के इंस्पेक्टर मौजूद थे. आनन-फानन में संजय सिंह को सेंट्रल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके बाद सुरेश सिंह की हत्या 2011 में तब कर दी गई जब एक शादी समारोह में भाग लेने के लिए धनबाद क्लब में गए हुए थे. रामधीर सिंह के बेटे शशि सिंह पर हत्या का आरोपी लगा. घटना के बाद से ही वह फरार है और अभी तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह,धनबाद
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