रेलवे स्टेशन, एयर पोर्ट पर यात्रियों की आज से कोरोना जांच शुरू, रिम्स में चल रहा संक्रमित व्यक्ति का इलाज, जानिए पूरी खबर

रांची(RANCHI): चीन से आई कोरोना की आहट पर भारत भी सजग हो गया है. प्रधानमंत्री मोदी की हाई लेबल मीटिंग के बाद केन्द्रीय स्वास्थ मन्त्री मांडविया के साथ झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग हुई. स्वास्थ्य मंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से राज्य की ताजा जानकारी साझा की. इस वीडियो मीटिंग के बाद से झारखंड में सभी जिलों मे थर्मल स्क्रीनिंग और टेस्टिंग की शुरुआत कर दी गई है. गौरतलब है कि चीन में तबाही मचा चुके कोरोना के सब वेरियंट बीएफ-7 को लेकर झारखंड भी अलर्ट हो गया है. और स्वास्थ्य मंत्री ने इस खतरे को देखते हुए सभी जिले के प्रखंडों में जांच की शुरुआत की गई है. बता दें रांची जिले के सभी प्रखंडों के कम्युनिटी हेल्थ सेंटेर मे टीम कोविड टेस्टिंग का काम कर रही है. मालूम हो कि कोरोना ओमीक्रॉन के इस नए सब वेरिएन्ट BF-7 ने झारखंड में भी दस्तक दे दिया है. एक संक्रमित व्यक्ति का इलाज रिम्स में चल रहा है. इसके बाद से रांची रेलवे स्टेशन हटिया रेलवे स्टेशन खड्गढ़ा बस स्टैंड बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर कोविड टेस्टिंग टीम को तैनात किया गया है. बता दें यह रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से यात्रियों की जांच की जा रही है. जबकि रांची जिलों को जोड़नेवाली एंट्री पॉइंट सिली बेड़ो और ऑरमाँझी में भी कोविड टेस्टिंग टीम को तैनात किया गया है. इसके साथ ही सभी प्रखंडों में भी कोरोना जांच की शुरुआत की गई है. बता दें रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे कोरोना की जांच होगी.
जानिए BF-7 के लक्षण
माना जाता है कि यह वेरिएंट वायरस के अन्य स्वरूपों की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है. चिंता की बात यह है कि BF.7 उन्हें भी संक्रमित कर सकता है जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है. इसका इंक्यूबेशन पीरियड काफी कम है जिसका मतलब है कि संपर्क में आने के बाद जल्द ही इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं. माना जाता है कि BF.7 वेरिएंट का रिप्रोडक्शन नंबर 10 से 18.6 तक है. इसका मतलब है कि इससे संक्रमित व्यक्ति 10 से 18.6 अन्य लोगों के बीच वायरस फैला सकता है. वैक्सीन की तीनों डोज से बनी एंटीबॉडीज भी इस वायरस के असर से आसानी से नहीं बचा सकतीं. BF.7 वेरिएंट के लक्षण ओमीक्रोन के दूसरे सब-वेरिएंट के समान हैं. बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना, थकावट, उल्टी और दस्त. यह वेरिएंट कमजोर इम्युनिटी सिस्टम वाले लोगों के लिए गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है. हालांकि भारत और चीन की स्थिति और लोगों की इम्युनिटी सिस्टम में भी अंतर है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. चीन में BF.7 के कारण दैनिक मामलों में बड़ उछाल आया है. चीन के हालात बताते हैं कि यह सब-वेरिएंट कोरोना के पुराने स्वरूपों से ज्यादा खतरनाक है क्योंकि यह ज्यादा तेजी से फैलता है
WHO की चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार BF.7, जिसका विस्तृत नाम BA.5.2.1.7 है, सबसे तेजी से फैलने वाला कोविड वायरस है. यह ओमीक्रोन के BA.5 वेरिएंट का सब-वेरिएंट है. दुनिया में सबसे ज्यादा लोग BA.5 से ही संक्रमित हुए हैं. हालांकि भारत में BA.5 या BA.4 की तुलना में BA.2.75 सबसे ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है.
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