धीरज साहू से कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला, जयराम रमेश की नसीहत आयकर अधिकारियों को बताएं आए का स्रोत


रांची (RANCHI): शराब कारोबारी और कांग्रेस के सांसद धीरज साहू का कांग्रेस से पुराना रिश्ता रहा है.जमाने से कांग्रेस के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया है लेकिन अब विवाद में फंसने के बाद पार्टी ने उनसे दूरी बना ली है. नोट बरामदगी मामले में कांग्रेस ने पल्ला झाड़ दिया है. बाकायदा पार्टी की ओर से इस संबंध में सफाई दी गई है.
जानिए धीरज साहू मामले को विस्तार से
कांग्रेसी सांसद धीरज साहू के झारखंड और ओडिशा क्षेत्र में फैले विभिन्न ठिकानों में छापेमारी कर आयकर विभाग ने और अरबों रुपया बरामद किए हैं.नगदी बरामद गी का यह मामला देश में सबसे बड़ा माना जा रहा है. 300 करोड़ रुपए से अधिक की करेंसी बरामद की गई है. 9 अलमीरा से आयकर विभाग के अधिकारियों ने नोट बरामद किए हैं. नगदी इतने हैं की नोट गिरने वाली मशीन गरमा जा रही है और उसे बंद करना पड़ रहा है. कुछ ठिकानों पर तो छापेमारी खत्म हो गई है.
कांग्रेस ने क्यों बनाई दूरी
कांग्रेसी सांसद धीरज साहू के ठिकानों से बड़ी मात्रा में ई की बरामद की से मामला गर्मा गया है.बड़ी मात्रा में नोट के मिलने से राजनीति भी शुरू हो गई है.भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमला कर रही है.झारखंड में कांग्रेस समेत पूरे गठबंधन सरकार पर हमला किया जा रहा है. कांग्रेस को कथित रूप से भ्रष्ट बताया जा रहा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जय राम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पार्टी की ओर से सफाई देते हुए कहा है कि सांसद धीरज साहू के कारोबार से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है.इसके बारे में सिर्फ वही बता सकते हैं. यह भी लिखा गया है कि धीरज साहू को इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि आखिर इतनी बड़ी मात्रा में नगदी कहां से आई और क्यों थी. इस प्रकार देखा जाए तो विवाद में गिरने के बाद कांग्रेस पार्टी ने अपने ही सांसद धीरज साहू से किनारा कर लिया है. जबकि धीरज साहू कांग्रेस के लिए हमेशा से तन मन धन से लग रहे हैं. जानकार बताते हैं कि मामला गरमाने के बाद पार्टी ने यह बेहतर समझा कि इस मामले से वह अपना पल्ला झाड़ ले. आने वाले समय में लोकसभा का चुनाव होना है और हाल में तीन हिंदी राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी है.
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