(Ranchi) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी धनबाद की धरती पर जेएमएम और कांग्रेस के खिलाफ खूब बोले और तमाम तरह की तोमहतों की झड़ी लगा गये . झारखंड की 14 लोकसभा सीट पर कमल फूल खिालाने को बेकरार भाजापा को जवाब देने के लिए कांग्रेस ने भी जोरदार तैयार कर ली है. झारखंड कांग्रेस में अंदर ही अंदर बगावत और विद्रोह की आग सुलगी हुई है. जिसकी लपटे कभी भी किसी को झुलसा सकती है.इससे इंकार नहीं किया जा सकता है. हालांकि, इन तमाम दुश्वारियों के बावजूद झारखंड कांग्रेस एकजुट होकर लोकसभा चुनाव में बीजेपी से मुकाबला के लिए तैयार है.
लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को लेकर अंदर ही अंदर मनमुटाव तो है . लेकिन, उनकी अगुवाई के साथ-साथ प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर की मौजूदगी में सभी लोकसभा सीट का एक-एक कर विश्लेषण किया गया. झारखंड प्रदेश कांग्रेस पीएसी की बैठक में रणनीति के साथ-साथ मंथन किया गया. इसमे तय किया गया कि महागठबंधन की सरकार ने पिछले चार साल में क्या-क्या विकास के काम किए है. इसका खाका आवाम के सामने रखा जाए. मीटिंग मे इस बात पर भी सहमति बनीं कि केन्द्र सरकार के पिछले पांच साल की कमियों को भी जनता को बताया जाए. ताकि भाजपा की पोल पट्टी खुले . प्रभारी मीर ने पीएसएसी सदस्यों को समझाया कि भाजपा हमारे गठबंधन को देखकर बौखालाहट और बैचेनी में है. मौजूदा सरकार के खिलाफ तमाम तरह के अफवाह फैलाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन, हमारी एकता के सामने उन पर पानी फिर जा रहा है.
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से मिले कांग्रेस के नेता
कांग्रेस प्रभारी मीर ने मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में सीएम चंपई सोरेन से भी मुलाकात की औऱ विकासोन्मुखी योजनाओं के साथ ताजा सियासी मुद्दों पर भी चर्चा की. इस मौके पर विधायकों के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी मौजूद रहे.
भाजपा के खिलाफ कांग्रेस एकजुटता का प्रदर्शन तो कर रही है. लेकिन, सवाल यही है कि उनके संगठन में भी अंदर-अंदर नाराजगी पसरी हुई है. इसकी झलक चंपई सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के समय ही दिख गया था. प्रश्न ये भी है कि कांग्रेस के सामने लोकसभा चुनाव के साथ-साथ अपने विधायकों को भी एकजुट रखने की बड़ी चुनौती है. जिससे इंकार नहीं किया जा सकता है . इस इम्तहान की घड़ी में खुद को झारखंड कांग्रेस कैसे संभाल पाती है. ये देखने वाली बात होगी.
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