रांची (TNP Desk) : लोकसभा चुनाव होने में अब एक महीना से भी कम समय बचा है, लेकिन झारखंड में इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे पर अब पेंच फंसा हुआ है. यहां 14 सीटों में अभी तक सिर्फ नौ लोकसभा क्षेत्र से इंडिया गठबंधन उम्मीदवारों की घोषणा कर सकी है. बांकी पांच सीटों पर प्रत्याशियों का एलान नहीं कर सकी है. वहीं चतरा सीट पर कांग्रेस और राजद अड़ी हुई है. दोनों में से कोई भी इस सीट को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. जबकि इंडिया गठबंधन की बैठक में राजद को एक सीट देने पर सहमति बनी थी. बैठक में यह तय हुआ था कि कांग्रेस सात, झामुमो पांच, राजद एक और माले को एक सीट मिलेगा. इस फॉमुर्ले के हिसाब से कांग्रेस ने तीन सीटों पर, झामुमो ने चार सीटों पर प्रत्याशी का एलान कर दिया है. वहीं राजद और माले ने भी एक-सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा की है. लेकिन अब मामला उलझता हुआ दिख रहा है.
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी चतरा सीट को लेकर कांग्रेस और राजद में सहमति नहीं बनी थी. जिसके बाद दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, जिसके कारण कांग्रेस और राजद के बीच वोटर बंट गए थे और बीजेपी के हाथ में यह सीट चली गयी थी. अगर इस बार भी सहमति नहीं बनी तो दोनों की पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवार उतार सकती हैं.
किसे मिलेगा टिकट
चतरा सीट पर अनिर्णय की स्थिति देख राजद और कांग्रेस के नेता पशोपेश मे है. राजद की ओर से गिरिनाथ सिंह प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. वहीं कांग्रेस से अरुण सिंह ताल ठोक रहे हैं. लेकिन उन्हें यह पता नहीं कि आलाकमान का फैसला क्या होगा. प्रत्याशी के घोषणा में देरी होने का असर चतरा में भी दिख रहा है. यहां प्रचार-प्रसार ना के बराबर दिख रहा है. वहीं भाजपा उम्मीदवार कालीचरण सिंह चुनाव प्रचार में जुट गए हैं.
किसमें कितना है दम
कांग्रेस से अरुण सिंह चतरा लोकसभा क्षेत्र से ताल ठोक रहे हैं. वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. उनकी क्षेत्र में मजबूत पकड़ है. वे लगातार लोगों से मिल रहे हैं. वहीं राजद नेता गिरिनाथ सिंह की बात करें तो वे संयुक्त बिहार में मंत्री और झारखंड प्रदेश राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके थे. वर्ष 2019 में लालटेन की सवारी छोड़कर कमल थाम लिया था, उनकी नजर चतरा संसदीय सीट पर थी, लेकिन जैसी ही भाजपा ने चतरा से सुनील सिंह की विदाई के बाद कालीचरण सिंह को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया, गिरिनाथ सिंह फिर राजद में वापसी की. गिरिनाथ सिंह राजद के कद्दावर नेता हैं, झारखंड में वर्षों से राजनीति करते आएं है. वे इस सीट से पार्टी नेताओं के दम चुनाव लड़ना चाहते हैं. इस सीट में दोनों पार्टियां ताल ठोक रहे हैं.
आदिवासी और खोटा का दबदबा
इस सीट पर अनुसूचित जाति और जनजाति का दबदबा है. इसके अलावा यहां पिछड़ी जातियां भी हैं. आदिवासी और खोटा समुदाय के लोगों की संख्या ज्यादा है. इस लोकसभा क्षेत्र में चतरा, लातेहार जिले का पूरा हिस्सा और पलामू जिले का कुछ हिस्सा है. चतरा लोकसभा सीट के अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें आती हैं, इसमें पांकी, लातेहार, सिमरिया, मनिका और चतरा शामिल है.
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