देवघर(DEOGARH): साइबर अपराध के मामले में झारखंड का जामताड़ा जिला टॉप पर है. इसके बाद देवघर जिला का नाम आता है. पुलिस द्वारा प्रतिबिंब ऐप के जरिये इन डिजिटल शातिरों पर नकेल कसने का नतीजा है कि अब ये जामताड़ा छोड़ आसपास के जिलों में जा कर स्थानीय युवकों के साथ साइबर अपराध की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. ये अपराधकर्मी वैसे स्थानों या जगह का चुनाव करते हैं जहां किसी को शक न हो सके. देवघर एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग को इसी तरह मिली गुप्त जानकारी के आधार पर साइबर थाना की पुलिस ने मोहनपुर हाई स्कूल के समीप छापेमारी की. इस दौरान 6 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को कामयाबी हाथ लगी है. इनमें से दो जामताड़ा जिला जबकि अन्य देवघर के विभिन्न थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं.
मोबाइल धारकों के व्हाट्सएप पर malicious लिंक भेज कर करते थे ठगी
गिरफ्तार 6 डिजिटल अपराधकर्मी देश भर में कार्यरत मोबाइल धारकों के व्हाट्सएप पर विभिन्न तरह के मनलुभावन मैसेज भेजते थे. जिनमें सरकारी योजनाओं का लाभ, बैंक से लोन और तरह-तरह के प्रलोभन देते थे. फिर मोबाइल धारकों को एक एप्प डाउनलोड कराकर उनसे ऑनलाइन लॉगिन करवाते थे. धारकों से पूरी जानकारी प्राप्त होते ही उनके बैंक खाते से राशि हड़प लेते थे. ये शातिर फ़ोन पे (Phone Pay), पेटीएम (PayTm) का फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बन कैशबैक का लालच देते हुए देश की भोली-भाली जनता को ठगा करते थे. देवघर साइबर पुलिस ने इन सभी 6 शातिरों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस को 9 मोबाइल और 16 फर्जी सीम बरामद हुआ है. फर्जी सीम में ऐसे कई नंबर मिले हैं तो पुलिस के रिकॉर्ड में प्रतिबिंब ऐप के माध्यम से शिकायत दर्ज किया गया था. पुलिस ने इन्हें इनके अन्य नेटवर्क की पूछताछ कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
गाढ़ी कमाई पर डिजिटल शातिरों की नजर
प्रतिदिन साइबर अपराध के मामले आते हैं. ऐसे में किसी भी अंजान नंबर द्वारा प्राप्त मैसेज या लिंक का उपयोग सोच समझ कर करने में ही भलाई है नहीं तो आपकी गाढ़ी कमाई पर डिजिटल शातिरों द्वारा हाथ साफ कर दिया जाएगा. अगर आपके पास किसी तरह का मैसेज, लिंक या फ़ोन आता है तो आप गंभीरता से उचित प्लेटफ़ॉर्म पर इसकी शिकायत दर्ज कराएं. किसी लालच में नहीं पड़ते हुए पूरी सावधानी बरतें. किसी भी युवक, युवतियां,व्यक्ति की गलत गतिविधि या आपको खेत,खलिहान, जंगल,खाली स्थान या अपने आसपास संदिग्ध गतिविधि करने वाले दिखे तो आप इसकी शिकायत पुलिस से कर सकते हैं. आपकी यह पहल भोले-भाले लोगों को ठगी के शिकार होने से बचा सकता है.
रिपोर्ट: ऋतुराज
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