कोयला चोरी : खनन प्रहरी मोबाइल ऐप पर निडर हो कर करें शिकायत, नहीं खुलेगी पहचान


धनबाद(DHANBAD): कोयला चोरी रोकने के लिए कोयला मंत्रालय नित्य नए-नए तरीके ढूंढ रहा है. लेकिन इस राष्ट्रीय संपत्ति की चोरी रुक नहीं रही है. सीआईएसएफ की भारी फौज है. नई-नई तकनीक अपनाई गई है बावजूद कोयला चोरी बदस्तूर जारी है. धनबाद कोयलांचल में तो अब यह लॉ एंड आर्डर की समस्या पैदा कर रहा है यह कोयला चोरी. इधर, कोयला मंत्रालय ने खनन प्रहरी ऐप को और ताकत देने के लिए कुछ नई व्यवस्थाएं की है. खनन प्रहरी मोबाइल ऐप पर कोयले के अवैध खनन की लगातार मिल रही शिकायतों से उत्साहित कोयला मंत्रालय ने इसे और अधिक सशक्त और सुरक्षित करने का निर्णय लिया है. अब ऐप पर शिकायत करने वालों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा. उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी.
पहचान हमेशा रहेगा गुप्त
हालांकि पहले से ही शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखने की व्यवस्था है लेकिन इसे और मजबूत किया जाएगा. मंत्रालय चाहता है कि शिकायत करने वालों की जानकारी किसी भी हालत में बाहर नहीं आ पाए. कोयला मंत्रालय ने एक बार फिर लोगों से आह्वान किया है कि वह निडर होकर कोयल के अवैध खनन की शिकायत खनन प्रहरी एप पर करे. अब तक खनन प्रहरी ऐप पर कोयले के अवैध खनन से संबंधित 483 शिकायतें मिली हैं . इनमें से 78 शिकायत जांच में सही पाई गई है. इन मामलों पर कार्रवाई भी की गई है. कार्रवाई का तरीका कुछ ऐसा है कि उस क्षेत्र के स्थानीय प्रशासन के साथ संपर्क स्थापित कर तुरंत ठोस कार्रवाई निर्देशित किया जाता है. फिर एक्शन टेकन रिपोर्ट ली जाती है.
आसानी से की जा सकती है शिकायतें
स्पेस टेक्नोलॉजी पर आधारित इस एप के जरिए जिओ टैगिंग कर अवैध खनन की तस्वीर के साथ शिकायत बहुत आसानी से की जा सकती है. इसके अलावे शिकायतकर्ता को एक शिकायत नंबर भी मिलता है. जिसका उपयोग वह खनन प्रहरी एप पर अपनी शिकायतों की स्थिति को आसानी से ट्रैक कर सकता है. कोयला उद्योग के लिए अवैध उत्खनन एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है. अगर धनबाद की बात करें तो बीसीसीएल कोयला चोरी रोकने के लिए भारी भरकम राशि खर्च कर रही है. ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं लेकिन इन सब का एक स्याह पक्ष भी है कि सब कुछ के बावजूद अवैध कोयले का उत्खनन जारी है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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