धनबाद(DHANBAD) | धनबाद के कोयला अधिकारी डरे -सहमे हुए है. पूर्वी झरिया क्षेत्र के महाप्रबंधक को गुरुवार को रंगदारी दिलाने के लिए जो फोन किया गया था , वह उत्तर प्रदेश से आया बताया गया है. इस घटना के बाद कोयला अधिकारी एसएसपी और डीसी से मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाए है. महाप्रबंधक को जिस तरह से फोन आया था , शायद यह बीसीसीएल के इतिहास में पहला मामला है. महाप्रबंधक पर दबाव बनाया गया कि वह अपने अधीन चल रहे आउटसोर्सिंग कंपनी को कहें कि वह रंगदारी का भुगतान कर दे और इसके लिए मात्र 14 दोनों का हम समय दे रहे है.
महाप्रबंधक की बढ़ा दी गई है सुरक्षा
वैसे, धमकी के बाद महाप्रबंधक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. गुरुवार की दोपहर महाप्रबंधक निर्झर चक्रवर्ती को व्हाट्सएप कॉल कर धमकी दी गई थी. धमकी देने वाले ने अपना नाम अमन सिंह गिरोह का सक्रिय सदस्य छोटू सिंह बताया था. 14 दिनों के अंदर उक्त आउटसोर्सिंग से रंगदारी की रकम दिलाने के लिए धमकाया. इस बीच पता चला है कि जिस आउटसोर्सिंग कंपनी से रंगदारी दिलाने के लिए महाप्रबंधक को धमकी दी गई , उक्त आउटसोर्सिंग के भी कई अधिकारियों को अमन सिंह गिरोह के नाम से पहले और हाल के दिनों में कई बार धमकी दी गई है.
आउटसोर्सिंग कंपनी के अधिकारियों पर पहले भी हुए है हमले
आउटसोर्सिंग कंपनी के प्रबंधक पर दो बार हमला भी किये जाने की सूचना है. अमन सिंह गिरोह हाल के दिनों में शांत था, लेकिन अब फिर सक्रिय हो गया है. कोयला उत्पादन में लगी आउटसोर्सिंग कंपनियां इस गिरोह के निशाने पर है. प्रिंस खान और अमन सिंह गिरोह के कारण पुलिस की परेशानी बढ़ती रही है. प्रिंस खान गैंग के जितने लोगों को पुलिस गिरफ्तार करती है, उतने ही नए लड़के गैंग में शामिल हो जाते है. पुलिस के अलावा समाजसेवियों ने भी अपील की थी कि ऐसे बच्चों के अभिभावक उन पर नजर रखे. यह देखें कि अगर वह कीमती बाइक पर चल रहे हैं, कीमती कपड़े पहन रहे हैं तो वह पैसा कहां से ला रहे है. अभिभावकों से अपील की गई थी कि बच्चों को समझाइए कि अपराध की दुनिया ऐसी है कि प्रवेश करना तो इसमें आसान है लेकिन निकालना लगभग नामुमकिन है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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