Coal India: अधिकारी-गैर अधिकारी सहित ठेकाकर्मियों के लिए क्या है बड़ी राहत वाली खबर, पढ़िए

धनबाद(DHANBAD) : देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया में कार्यरत अधिकारी और गैर अधिकारियों के लिए बहुत बड़ी राहत की खबर है. इसके अलावे ठेका मजदूर के परिजनों की भी सुरक्षा की पहल की गई है. कॉरपोरेट सैलेरी पैकेज के तहत कोल इंडिया एवं अनुषंगी कंपनियों में कार्यरत अधिकारी एवं गैर अधिकारी सहित ठेका मजदूरों के परिजनों की आर्थिक सुरक्षा की नई पहल की गई है. जानकारी के अनुसार दुर्घटना में कोयलाकर्मी की मौत पर(अधिकारी -गैर अधिकारी ) के परिजनों को एक करोड़ एवं ठेका मजदूरों की मौत पर 40 लाख का भुगतान किया जा रहा है. शुक्रवार को धनबाद आए कोल इंडिया के अध्यक्ष पीएम प्रसाद ने यह बात बताई. एक अखबार से बातचीत में अध्यक्ष ने कहा कि कर्मियों के परिजनों की आर्थिक सुरक्षा के लिए ऐसी पहल की गई है.
बीसीसीएल में किया गया है दो को भुगतान
बात इतनी ही नहीं हुई, बीसीसीएल के कार्मिक निदेशक ने कहा कि उक्त योजना के तहत बीसीसीएल के दो कर्मियों के परिजनों को भुगतान भी किया गया है. बता दें कि पिछले वर्ष कॉरपोरेट सैलेरी पैकेज पर विचार शुरू हुआ था. बताया गया था कि विभिन्न बैंकों के साथ इसके लिए एमओयू किया गया है. मौत पर ठेका मजदूरों को 40 लाख जबकि विभागीय मजदूरों को एक करोड़ दिया जाता है. कोयलाकर्मियों के लिए यह बहुत बड़ी राहत की बात है. देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया कर्मचारी और अधिकारियों पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है. इसके तहत आर्थिक सुरक्षा से लेकर प्रोन्नति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
50 साल की हो गई है कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया
यह बात सच है कि कोल इंडिया का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है. देश ही नहीं, बल्कि विदेश की भी सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड अब 50 साल की हो गई है. पहली नवंबर" 2024 को इस कंपनी के गठन के 50 साल पूरे हो गए है. इस कंपनी को महारत्न कोयला कंपनी का भी दर्जा प्राप्त है. 1975 में, जहां कोल इंडिया का उत्पादन लगभग 90 मिलियन टन था. वहीं 2024 में इस कंपनी का उत्पादन 775 मिलियन टन के करीब पहुंच गया है. कोल इंडिया से उत्पादित कोयले की आपूर्ति कोयला आधारित बिजली संयंत्र को 80% के लगभग होती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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