धनबाद(DHANBAD): धनबाद ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. धनबाद रेल मंडल के बाद देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई भारत कोकिंग कोल लिमिटेड(बीसीसी एल )ने 44.43 करोड़ रुपए का लाभांश चेक अपने पैतृक संस्थान कोल इंडिया लिमिटेड को सौंपा है. यह काम बीसीसीएल ने अपने अस्तित्व में आने के बाद पहली बार किया है. कोलकाता में आयोजित समारोह में बीसीसीएल के सीएमडी ने कंपनी की ओर से कोल इंडिया चेयरमैन को 44.43 करोड रुपए का औपचारिक चेक प्रदान किया. भारत को किंग कोल लिमिटेड कभी बीमार कंपनियों की सूची में शामिल थी. लेकिन अब वित्तीय बदलाव दिख रहा है.
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड ने अपने संचित घाटे को खत्म कर दिया है और अपना पहला लाभांश घोषित किया है .यह कोल इंडिया के लिए भी उत्साहजनक है. कोल इंडिया के अध्यक्ष ने कहा है कि बीसीसी एल का टर्न अराउंड और लाभांश भुगतान दर्शाता है कि कंपनी काफी प्रगति की है. बीसीसीएल के सीएमडी का कहना है कि यह लाभांश भुगतान बीसीसीएल के वित्तीय अनुशासन और हित धारकों के लिए मूल्य सृजन के प्रति अटूट आस्था का प्रमाण है .यह यात्रा आसान नहीं थी और कोल इंडिया के महत्वपूर्ण समर्थन के बिना यह संभव नहीं होता. वित्तीय वर्ष 23, 24 बीसीसीएल के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष रहा है. जिसमें सभी क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं. बता दें कि भविष्य में बीसीसीएल नई तकनीक के साथ कोल बेड मीथेन का दोहन, परिसंपत्तियों का मुद्रीकरण, हाई वॉल खनन और सौर ऊर्जा जैसे कामों में बदलाव लाने जा रही है. जो भी हो लेकिन यह बीसीसीएल के लिए ऐतिहासिक दिन है. कोयला उद्योग के राष्ट्रीयकरण के बाद बीसीसीएल कई रास्तों से होकर गुजरी है. कभी बीमार कंपनियों में शामिल थी. लेकिन आज इन सब से बाहर निकल कर अपने पैतृक संस्थान को लाभांश का भुगतान किया है. वैसे धनबाद रेल मंडल भी देश का नंबर वन रेल मंडल बना हुआ है. राजस्व के मामले में यह नंबर एक है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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