टीएनपी डेस्क: सावन सोमवारी का आज तीसरा दिन है, राजधानी रांची समेत सभी जगह शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. सभी भक्त भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए सुबह से ही लाइन में दिखें. हर-हर महादेव के जयकारा से शिवालय गुमजसमान रहा. भक्तों का मानना है कि सावन में सोमवार को भगवान शिव को जल चढ़ाने से सभी की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
रांची के पहाड़ी मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़
सावन के तीसरी सोमवारी पर रांची के पहाड़ी मंदिर में भी भक्तों की भीड़ उमड़ी. बाबाधाम के बाद राजधानी रांची के सबसे प्राचीन मंदिर में सुबह से ही भक्तों की लाइन देखी गई. यहां भक्त सुबह 3 बजे से ही लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए. बताते चलें कि वे जल चढ़ाने के लिए 400 से अधिक सीढ़ियां चढ़ते हैं. यहां भक्तों में एक अलग ही आस्था देखने को मिलती है. इस दिन युवा-महिलाएं, बच्चे-बूढ़े सभी भगवान शिव को जल चढ़ाने आते हैं.
बैद्यनाथ धाम में करीब 3 लाख भक्तों ने चढ़ाया जल
वहीं देवघर की बात की जाए तो बाबा बैद्यनाथ धाम में करीब 3 लाख श्रद्धालुओं ने आज महादेव को जलार्पण किया. हर-हर महादेव के जयकारों से बाबाधाम गूंजयमान रहा. तीसरी सोमवारी पर मंदिर से लगभग 5 किलोमीटर तक भक्तों की लंबी लाइन देखने को मिली. आलम ये रहा कि यह कतार नंदन पहाड़ तक पहुंच गई है.
पौराणिक कथाओं के अनुसार सावन में ही समुद्र मंथन हुआ था और हर सोमवार को कई बहुमूल्य रत्न निकले थे. मान्यता है कि सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों के सारे दुख-दर्द खत्म हो जाते हैं. इसी वजह से भक्त सुल्तानगंज से जल लेकर बाबा मंदिर में जल चढ़ाने जाते हैं.
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