दुमका(DUMKA): झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन दुमका पहुंचे. दुमका जिला के रानेश्वर प्रखंड के मुरगुनी गांव में रानेश्वर मसलिया मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना का शिलान्यास किया. जल संसाधन विभाग द्वारा लगभग 1313 करोड रुपए की लागत से इसका निर्माण किया जाएगा. 3 वर्षों में यह बनकर तैयार होगा और इससे मसलिया और रानीश्वर प्रखंड के 16 पंचायत के 276 गांव के लोगों को लाभ होगा. लोगों के खेतों तक पानी पहुंचेगा. किसान आसानी से कृषि कार्य कर सकेंगे.
पहली परियोजना जिसमें ना कोई विस्थापित होगा और ना ही कोई डूब क्षेत्र होगा
अपने संबोधन में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि यह अपने आप में झारखंड की पहली परियोजना है जिसमें ना कोई विस्थापित होगा और ना ही कोई डूब क्षेत्र होगा. उन्होंने कहा कि बर्षो पूर्व दुमका में मसानजोर डैम बना, लोग विस्थापित हुए, खेत डूबा, गांव डूबा लेकिन इस डैम का लाभ पश्चिम बंगाल को मिल रहा है. मसानजोर डैम के निर्माण के समय राइट और लेफ्ट केनाल निर्माण का वादा था. एक केनाल तो शिबू सोरेन ने लड़कर बनवाया. लेकिन दूसरा केनाल बनवाने में सफलता नहीं मिली. उन्होंने कहा कि स्वर्ण रेखा प्रोजेक्ट बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है, जिसे बनने में 40 साल लग गए. 6000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि खर्च हुआ. हजारों गांव डूबा, लोग विस्थापित हुए लेकिन सिंचाई सुविधा मात्र 52000 हेक्टेयर में ही मिल पाया. उसकि तुलना में देखें तो मसलिया रानेश्वरम मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना की लागत मात्र 1313 करोड़ रुपया है, 3 बर्षो में यह बनकर तैयार होगा. ना कोई विस्थापित होगा और ना ही कोई डूब क्षेत्र होगा.3 वर्ष बाद 22000 हेक्टयर जमीन पर सिंचाई की सुविधा मिलेगी.
सीएम हेमंत सोरेन ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा
अपने संबोधन के दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा आज जब सरकार काम कर रही है तो विपक्षी पार्टियां सहयोग नहीं कर रही है. गांव गांव कैम्प लग रहा है. लोगों को लाभ मिल रहा है. लेकिन इसमें सहयोग करने के बजाए विपक्षी पार्टी विरोध कर रहे हैं और ध्यान भटकाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे. विकास देख कर विपक्षी पार्टी के पेट मे दर्द हो रहा है.
जो भी हो दुमका जिला के रानेश्वर तथा मसलिया प्रखंड के लोगों की लंबे समय से मांग चली आ रही थी. सीएम ने आज इन दो प्रखंड के लोगों को बड़ी सौगात दी है. उम्मीद की जानी चाहिए कि यह अपने निर्धारित समय में बनकर तैयार होगा और लोगों के खेतों तक पानी पहुंचेगा, ताकि कृषि कार्य के माध्यम से वह अपनी आर्थिक उन्नति कर सकेंगे.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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