रांची(RANCHI): देश दुनिया समेत झारखंड में भी सूर्याउपासना का महापर्व छठ उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है.हर ओर जय हो छठी मइया के गीत सुनाई दे रहे है. क्या खास और क्या आम सभी छठी मईया के आराधना में लगे है. राजधानी रांची में स्तिथ हटनीया छठ घाट सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन अपने परिवार के साथ पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पत्नी कल्पना सोरेन ने वेटर और एक मजदूर के परिवार के साथ अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया. मुख्यमंत्री ने छठी मईया से राज्य की उन्नति और राज्यवासियों के सुख -समृद्धि, खुशहाली, शांति और निरोग जीवन की प्रार्थना की.
आम श्रद्धालु के जैसा सीएम पहुंचे घाट
भगवान भास्कर को समर्पित लोक आस्था और उपासना के महापर्व छठ की महिमा ऐसी है कि श्रद्धा और भक्ति- भाव में हर कोई समाहित हो जाता है. आम हो या खास, सभी पवित्रता के बंधन में बंध जाते हैं. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भी अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन और दोनों पुत्रों के साथ हटनिया तालाब घाट पर एक आम श्रद्धालु के रूप में हजारों श्रद्धालुओं के बीच पहुंचे. उन्होंने यहां न्यू पुलिस लाइन निवासी और दैनिक मजदूरी करने वाले मनोज शाह की धर्मपत्नी और व्रतधारी अलका देवी और रेस्टोरेंट में वेटर का काम करने वाले मनोज कुमार की धर्मपत्नी अनिता देवी (व्रतधारी) के परिजनों के साथ अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर व्रतधारी का आशीर्वाद लिया.
असीम आस्था, पवित्रता, आत्मानुशासन, स्वच्छता और प्रकृति पूजा का प्रतीक है यह महापर्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि महापर्व छठ की अलौकिक परंपरा निभाने की संस्कृति सदियों से चली आ रही है. इस महापर्व में सभी तरह के फासले मिट जाते हैं. छठी मईया के लिए हर कोई समर्पित भाव से अपनी सेवा देता है. व्रतधारी 36 घंटे का निर्जला उपवास रखकर भगवान भास्कर की उपासना करते हैं. यह महापर्व असीम आस्था, पवित्रता, आत्मानुशासन, स्वच्छता और प्रकृति पूजा का प्रतीक है.
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