CM हेमन्त ने 2550 अभ्यर्थियों को दिया नियुक्ति पत्र, कहा- BJP ने नौकरी खत्म किया हमने देने का काम किया


रांची(RANCHI): झारखंड में लंबे समय से आंदोलन कर रहे विभिन्न विभागों के 2550 अभ्यर्थियों को आखिर अब नियुक्ति मिल गई. ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में भव्य कार्यक्रम का आयोजन कर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सभी अभ्यर्थियों को नियुक्त पत्र दिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से 20 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया. नियुक्ति पत्र मिलने के बाद सभी अभ्यर्थियों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा.कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई. मंच पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन,संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री वित्त एवं खाद्य आपूर्ति रामेश्वर उरांव, श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता, सांसद, महुआ माजी,विधायक राजेश कच्छप,मुख्य सचिव सुखदेव सिंह,प्रधान सचिव,गृह सचिव समेत कई आला अधिकारी मौजूद थे.
नियुक्ति पत्र 1633 पंचायत सचिव, 707 निम्नवर्गीय लिपिक,166 कोषागार लिपिक,44 खाद्य आपूर्ति विभाग के निम्न वर्गीय लिपिक को दिया गया है.
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा राज्य अलग होने के बाद से कभी ऐसा नियुक्ति वितरण समारोह नहीं देखा है.रांची में इतना बड़ा कोई हॉल नहीं है जिसमें नियुक्ति पत्र का समारोह आयोजन किया जा सकता. हमारी सरकार लगातार युवाओं के हित में काम कर रही है. हम इस देश के लोकतांत्रिक का हिस्सा है. राज्य गठन के बाद यह सबसे ज्यादा लोगों को नियुक्ति दिया है.उन्होंने कहा कि झारखंड में JPSC का एग्जाम विवादों में पड़ जाता था लेकिन हमारी सरकार में JPSC से एग्जाम देकर गरीब के बच्चे अधिकारी बन रहे है. मुख्यमंत्री ने इस दौरान केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब बैंक और सेना में भी नौकरी पाने मौके नहीं बचा है. बैंक बचा ही नहीं,सेना में तीन साल की नौकरियों कर दी गई. यह देश के लिए भयावह रूप लेगा. केंद्र सरकार ने रेल तक को नहीं छोड़ा सभी को बेच दिया. लेकिन हमारी सरकार सरकारी नौकरी दे रही है.
यह राज्य सबसे अमीर राज्य है,बावजूद इसके हम रोजगार में पीछे है. इसका उदाहरण कोरोना में दिखा सभी राज्य ने झारखंड के लोगों को बाहर निकाल दिया. हमने 2020 से नियुक्तियों का विज्ञापन निकलना शुरू कर दिया. सरकार का काम देख कई षडयंत्र किये गए लेकिन हम अपना काम करते रहे. हमने सरकारी के अलावा निजी क्षेत्र में भी नियुक्ति दिया.अभी विभिन्न विभागों में युवाओं को नौकरी देना है.
हेमन्त सोरेन ने कहा कि देश का संचालन कैसे हो रहा है. यह समझ से परे है. बावजूद झारखंड जैसे पिछड़े राज्य में हम युवाओं को नौकरी देने की कोशिश कर रहे है.यहां की आधि से ज्यादा आबादी ग्रामीण क्षेत्र में रहती है.यह एक चैलेंज से कम नहीं है अगर कोई पढ़ा लिखा नहीं है फिर भी मुख्यमंत्री स्वयं रोजगार योजना के तहत उन्हें रोजगार के लिए पैसा सरकार देने का काम करेगी.
मंत्री आलमगीर आलम ने क्या कहा
मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि यह कार्यक्रम इतिहासिक है विभिन्न विभागों के 2550 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है,यह नियुक्ति झारखंड के लिए मिल का पत्थर साबित होगा. राज्य गठन के 10 वर्ष बाद पंचायत चुनाव हुए.उसके बाद से पंचायत का रुका हुआ था.लेकिन अब कोरोना काल में भी पंचायत चुनाव को रोकने का काम नहीं किया बल्कि वैसी परिस्थितियों के बावजूद चुनाव कराया.साथ ही पंचायत को विकसित करने में लगातार काम कर रहे है. पंचायत सचिव के अंदर में गांव का विकास संभव है.मनरेगा योजना के तहत गांव में विभिन्न योजना संचालित हो रही है. पंचायत को आधुनिक करने के दिशा में हम काम कर रहे है,पंचायत सचिवालय में खर्च के लिए 15 हजार अलग से सरकार दे रही है आने वाले दिनों में पंचायत सचिवालय में ऐसी सुविधा रहेगी कि किसी को प्रखंड सचिवालय में नहीं जाना होगा.
मंत्री रामेश्वर उरांव ने सभी नव नियुक्त अभ्यर्थियों को दी बधाई
मंत्री रामेश्वर उरांव ने सभी नव नियुक्त अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि आपकी जिम्मवारी जनता की है,सरकार के कामों को पूरी तरह से आप निष्ठा से काम करें. साथ ही ऐसा देखा जाता है कि नौकरी लग जाने के बाद युवा मां बाप को छोड़ कर अलग रहने लगते है. मंत्री ने अपील सभी से किया कि आप जनता की सेवा के साथ मां बाप की सेवा भी करें. उन्होंने कहा कि इस सरकार में कई ऐसे काम हुए जिसे जनता हमेशा याद करेगी.राज्य गठन के बाद सबसे जल्दी JPSC का रिजल्ट जारी किया. हमारी सरकार ने सर्वजन पेंशन योजना लाया जो बुजुर्ग मां बाप का सहारा बन रहा है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन
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