देवघर (GEOGARH) : देवघर में दवात पूजा के अवसर पर भगवान चित्रगुप्त की पूजा आयोजित की गयी. खासकर कायस्थ समाज द्वारा पूरे वैदिक रिती-रिवाज से भगवान चित्रगुप्त की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गयी.इस पूजा में समाज के सभी वर्ग के लोगों ने भगवान चित्रगुप्त से सुख-समृद्धि की याचना की. गौरतलव है कि आज के दिन खास कर कलम और दबात की पूजा की जाती है और यह परंपरा सदियो से चली आ रही है. हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन चित्रगुप्त पूजा मनाया जाता है. बाबा नगरी में पूरी विधि-विधान के साथ कायस्थ समाज के लोगों ने चित्रगुप्त भगवान से सभी की मनोकामना की कामना की.
बहनों ने भाई के लिए मनाया भाई दूज का पर्व
भाई दूज व यम द्वितीया के अवसर पर देवघर में जगह-जगह महिलाओं ने पारंपरिक रिती-रिवाज के साथ पर्व मनाया. पौराणिक मान्यताओ के अनुसार आज के दिन महिलायें अपने भाई की दिर्धायु व मंगलकामना के लिए ये व्रत करती है. पौराणिक कथाओ के अनुसार आज के दिन उपवास कर महिलायें यम की आकृति बनाकर पूरे धार्मिक रिती-रिवाज के साथ पूजा करती है और अपने भाई की उज्जवल भविष्य,मंगलकामना और दिर्धायु की याचना करती है.
तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त
जो भी लोग आज भाई दूज मना रहे हैं उनके लिए यह जानना काफी जरूरी है कि कौन सा समय तिलक लगाने के लिए शुभ मुहूर्त है. तो ऐसे में हम आपको बता दें कि राहुकाल दोपहर 12:03 से लेकर 1:24 मिनट तक रहेगा. ऐसे में सबसे शुभ मुहूर्त है वह सुबह के 6:44 से लेकर 9:24 बजे तक है. इस समय के बीच आप अपने भाई को तिलक लगाकर इस त्यौहार को मना सकते हैं. वही साथ में 15 नवंबर को बुधवार पड़ रहा है ऐसे में यह और भी शुभ माना जा रहा है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
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