अस्पताल में रखे शव को चूहों ने कुतरा या निकाली गई किडनी,जांचेगी समिति,जानिए धनबाद के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का कारनामा


धनबाद(DHANBAD): धनबाद के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल SNMMCH का विवादों से पुराना नाता रहा है. मंगलवार के दिन इस अस्पताल में फिर जमकर हंगामा हुआ. बाद में धनबाद के उपायुक्त ने जांच टीम गठित की. अब जांच टीम की रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि इमरजेंसी के बाहर कोने में रखे शवों के साथ छेड़छाड़ की गई है या उन्हें चूहे कुतर दिए हैं. हालांकि डॉक्टर यह भी कह रहे हैं कि शवों को चूहे कुतर दिए है. परिजनों ने जब शवों के पेट पर कटे का गहरा जख्म देखा तो उन्हें किडनी निकाले जाने की शंका हुई. इसके बाद हंगामा शुरू हो गया, फिर यह मामला उपायुक्त के पास पहुंचा .उन्होंने इसकी जांच के लिए टीम का गठन किया है. जांच टीम को 48 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट देनी है. लोगों का कहना है कि अगर चूहों ने कुतर दिया है तो यह अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही है. मोर्चरी का फ्रीजर खराब होने के चलते शवो को इमरजेंसी के बरामदे में रखा गया था. एक के पेट की बाई ओर घाव के निशान थे. वहां से 7 इंच व्यास में मांस गायब था. इसके बाद तो मृतकों के परिजनों ने मंगलवार को किडनी निकालने का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया.
हालांकि इस संबंध में अस्पताल के अधीक्षक का कहना है कि मेडिकल स्टाफ की लापरवाही से ऐसा हुआ है. मोर्चरी के खराब होने की जानकारी नहीं दी गई है. इस मामले की जांच होगी, जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी. इधर, अधीक्षक के बयान पर डॉक्टरों का कहना है कि लंबे समय से फ्रीजर खराब है. बरामदे में लाश राखी जाती है. इससे पहले भी लाशों को चूहों ने कुतरा है. बहरहाल मरने के बाद भी दुर्गति के लिए चाहे जो भी जिम्मेवार हो, उनकी पहचान होनी ही चाहिए. अगर मोर्चरी का फ्रीजर खराब था तो इसकी सूचना अधीक्षक सहित अन्य जिम्मेवार अधिकारियों को दी गई अथवा नहीं और अगर दी गई तो क्या कार्रवाई हुई. इसकी भी जांच होनी ही चाहिए. फिलहाल जो जांच कमेटी बनी है वह तो तात्कालिक मामले की जांच करेगी.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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