दुमका(DUMKA): वर्षा कम होने के कारण उत्पन्न सुखाड़ की स्थिति का आकलन करने केंद्रीय टीम दुमका पहुचीं. टीम में केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास के उप सचिव यू के नायर, पशुपालन और डेयरी विभाग के निदेशक वी आर ठाकरे और ड्रिंकिंग वाटर एंड सेनिटाइजेशन के अपर सलाहकार डी राजशेखर शामिल थे. टीम ने बुधवार को दुमका प्रखंड अंतर्गत बेहरबांक पंचायत और जामा प्रखंड के सरसाबाद पंचायत का दौरा किया. टीन द्वारा धान और बरसात के मौसम में होने वाले अन्य फसलों के आच्छादन की स्थिति का जायजा लिया. वर्षा कम होने के कारण उत्पन्न स्थिति से अवगत हुए.
किसानों को वैकल्पिक खेती से जोड़ने का किया जा रहा प्रयास
इस दौरान उन्होंने दुमका के बेहराबांक पंचायत में किसानों से बातचीत की और उनके खेत का अवलोकन भी किया. कम वर्षा होने से उत्पन्न स्थिति पर चिंता जताई. मौके पर उपस्थित किसानों ने बताया कि वर्षा नहीं होने के कारण उनका फसल बर्बाद हो गया. बारिश में वे धान की खेती कर लैंप्स में बेचकर अपनी आय वृद्धि करते थे. इस बार उन्हें काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. केंद्र के अधिकारियों ने कहा कि सूखे से निपटने के लिए किसानों को वैकल्पिक खेती से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है ताकि किसान कम बारिश में मक्का, धान के अलावा अन्य खेती कर अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सके. मौके पर डीआरडीए निदेशक, जिला उप समाहर्ता, जिला कृषि पदाधिकारी, आत्मा निदेशक सहित अन्य पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित थे.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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