दुमका(DUMKA): दुमका के दुधानी स्थित मध्य विद्यालय में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन एवं ग्राम ज्योति के संयुक्त तत्त्वावधान में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य इस क्षेत्र में बाल विवाह को रोकना है. विद्यालय के प्राचार्य डॉ डुमराज साहा ने अपने संबोधन में कहा कि यह एक अच्छी पहल है. बाल विवाह सामाजिक कुरीति है. हम जाने अंजाने अपने ही बच्चों को जोखिम में डाल रहे है. सरकार का कानून किताबो में है, इसे जनाने का कार्य कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन व ग्राम ज्योति कर रही है. जब तक समाज जिम्मेदार नहीं होगा कोई भी कुरीति समाज से नहीं दूर होगी. हमें जागना होगा, जो इसके भुक्तभोगी है उन्हें आवाज उठाना है. आप बच्चे है आपको आवाज उठाना होगा तब जाकर यह बाल विवाह रुकेगा.
बाल विवाह से होने वाले नुकसान पर डाला प्रकाश
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन की सदस्य शांतिलता हेब्रम ने बाल विवाह से होने वाले नुकसान और क़ानूनी पहलू पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि बच्चों का नुकसान तो है ही साथ ही उनके माता पिता और समाज को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है. इसलिए इस अभियान का उदेश्य मात्र बाल विवाह में कमी लाना ही नहीं बल्कि परिवार को आर्थिक नुकसान से भी कानूनी जानकारी दे कर बचाना है. यह अभियान स्कूल के साथ साथ मुस्लिम समाज के बीच भी आयोजित की गई. जिसमें उनके समाज के मान्य लोगो जैसे मौलाना, हाफिज, सरदार के साथ समाज के नवाजी, युवा को भी शामिल किया गया.
हमें इसे रोकना होगा इसी संकल्प के साथ यह अभियान को चरणबद्ध तरीके से चलाने की भी बात की गई. अभियान को कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन, ग्राम ज्योति व चाइल्डलाइन के केंद्र समन्यवक मुकेश कुमार दुबे की अगुवाई में चलाया जा रहा है. जिसमें चाइल्डलाइन के सदस्य निक्कू कुमार साह, इब्नुल हसन, निशा कुमारी, सनातन मुर्मू की सराहनीय भूमिका रही.
रिपोर्ट: पंचम झा
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