धनबाद(DHANBAD): हमलोग तो बीसीसीएल को हर संकट में मदद करते हैं लेकिन कंपनी लोकल करोबारियों पर ध्यान नहीं देती. यह कहना है धनबाद जिला डीलर्स एसोसिएशन का. एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को बीसीसीएल के सीएमडी से मिला और अपनी समस्याओं अवगत कराया. एसोसिएशन के काजल राय, प्रभात सुरोलिया, उदय शर्मा ने एक ज्ञापन सौंपा और बताया कि एक साल से BCCL की खरीद निति के कारण हजारों स्थानीय व्यापारी एवं उद्यमी बेरोजगारी के कगार पर है. साथ ही उनके साथ जुड़े हज़ारो कर्मचारियों की भी नौकरी खतरे में है. उन्होंने कहा कि पहले LTE (लोकल टेंडर एनक्व्यारी) के माध्यम से BCCL में सामग्रियों की खरीदारी होने से स्थानीय व्यापारियों को रोजगार मिलाता था.
वक्त-बेवक्त लोकल कारोबारी ही आते हैं कंपनी के काम
वक्त -बेवक्त तुरंत माल मिलने से BCCL का भी उत्पादन कभी प्रभावित नहीं होता था. स्थानीय व्यापारी BCCL के उत्थान में हमेशा सहभागी रहे है पर अब इ- टेंडरिंग व GeM पोर्टल के माध्यम से सामग्रियों की खरीदारी के लिए निविदा आमंत्रित करने से स्थानीय छोटे व्यापारी व छोटे छोटे उद्योग बंदी के कगार पर पहुँच गए है. इमरजेंसी में एसोसिएशन के लोकल व्यापारी ही BCCL के काम आते है. चाहे दिन हो या रात, हर वक्त ब्रेक डाउन के वक्त हम ही समान उपलब्ध कराते आये हैं ताकि BCCL का प्रोडक्शन नहीं ठप हो. कोरोना जैसे वैश्विक घातक महामारी में भी अपनी और अपने परिवार की जान की परवाह नहीं करते हुए BCCL को पूरे कोरोना काल में सामान उपलब्ध लोकल करोबारियों ने कराया है. आग्रह किया गया कि दो लाख रुपये मूल्य तक की सामग्री की खरीदारी स्थानीय व्यापारियों और उद्यमियों से ही हो. सीएमडी ने इसपर सकारात्मक पहल का भरोसा दिया है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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