रांची (RANCHI): पंडरा ओपी क्षेत्र के जनक नगर में 4 महीने पहले श्वेता सिंह और उसके भाई प्रवीण सिंह की हत्या मामले में पुलिस ने न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की है. इसमें अर्पित को आरोपी बताया गया है.
आरोपी ने स्वीकारा अपना जुर्म
गिरफ्त में आए युवक ने पूछताछ के दौरान यह खुलासा किया कि घटना के वक्त उसे पता नहीं था कि चंदा देवी जीवित है, नहीं तो वह उनकी जान भी ले लेता. इसके साथ ही उसने यह स्वीकार किया कि घटना को अंजाम देने के बाद उसने सभी सबूत और गवाह को नष्ट करने की कोशिश भी की थी.
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार 17 जून की रात आरोपी अर्पित श्वेता से मिलने उसके घर पहुंचा था. दोनों को साथ देख कर जब श्वेता की मां चंदा देवी ने इसका विरोध किया तो अर्पित ने वहां पड़े चाकू से चंदा की गर्दन पर तीन से चार बार कर दिया. जब इतने बार के बाद चाकू टूट गया तो उसने वहां पड़ी हथौड़ी से चंदा किस सिर पर वार कर दिया. चंदा की चीख पुकार सुनकर उसका बेटा और श्वेता का छोटा भाई प्रवीण उठ गया और मां को बचाने की कोशिश की. जिसके बाद आरोपी अर्पित ने तीन चार बार हथौड़ी से प्रवीण के सिर पर वार कर दिया. छोटे भाई को गिरता देख जब श्वेता ने विरोध किया तो आरोपी ने श्वेता को भी मौत के घाट उतार दिया.
चल रहा था प्रेम प्रसंग, होती थी छत पर मुलाकात
मामले के खुलासे के लिए एसआईटी टीम का गठन किया गया था. जिनके जांच के दौरान तकनीकी शाखा के माध्यम से पता चला कि श्वेता कारपेट नाम के लड़के के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था और युवक हर राजनेता से मिलने उसके घर पर आता था.
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