धनबाद(DHANBAD): धनबाद का आयकर विभाग एक बार फिर चर्चे में है. स्वर्ण सिंह के बाद संतोष कुमार को लेकर विभाग की चर्चा हो रही है. इसके साथ ही धनबाद सहित अगल-बगल के कई बड़े कारोबारी भी सीबीआई(CBI) के रडार पर आ गए हैं. दशकों पहले जब CBI ने आयकर अधिकारी स्वर्ण सिंह को गिरफ्तार किया था, तो धनबाद चर्चा में आया था. उस समय भी एक कारोबारी की शिकायत पर बिचौलिए की भी गिरफ्तारी हुई थी और अधिकारी भी पकड़े गए थे. नगदी भी बरामद हुई थी. अब एक बार फिर धनबाद चर्च में है. इस बार भी आयकर अधिकारी पकड़े गए हैं. साथ में चार बिचौलिए भी गिरफ्तार किए गए हैं. ट्रांसपोर्टर सहित कई कारोबारियों को भी CBI ने गिरफ्तार किया है.
CBI ने हाल ही में आयकर आयुक्त को रिश्वत लेने के आरोप में किया है गिरफ्तार
दरअसल, रिश्वत लेकर टैक्स में मदद पहुंचाने के आरोप में CBI ने अभी हाल ही में धनबाद के प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार को गिरफ्तार किया था. उसके बाद कई कड़ियां जुड़ती चली गई. धनबाद में ट्रांसपोर्ट का कारोबार करने वाले मट कुरिया के गुरु पाल सिंह को मदद पहुंचाने के लिए आयकर अधिकारी पर 10 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप है. इस पूरे प्रकरण में बिचौलियों की भूमिका निभाने वाले भी गिरफ्तार किए गए हैं. जिनमें धनबाद क्लब के सचिव डॉक्टर प्रणय पूर्वे, उनके रिश्तेदार पटना निवासी राजीव कुमार, धनबाद गुजराती मोहल्ला निवासी अशोक चौरसिया गिरफ्तार किए गए है. CBI ने रिमांड पर लेकर उनसे पटना में पूछताछ की. फिर उन्हें पटना के सीबीआई विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया गया और उन्हें बेऊर जेल भेज दिया गया.
दिल्ली की CBI टीम इस मामले की कर रही है जांच पड़ताल
दिल्ली के एंटी करप्शन ब्रांच 3 ने इस पूरे मामले में प्राथमिक दर्ज की है और जांच पड़ताल कर रही है. आयकर अधिकारी सहित पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े कारोबारी सीबीआई के रडार पर आ गए हैं. सूत्र बताते हैं कि, सीबीआई इस बात को जानना चाह रही है कि आयकर अधिकारी संतोष कुमार से लाभान्वित होने वाले कारोबारियों की कितनी संख्या है. इसकी जांच पड़ताल की जा रही है. इस मामले में सीबीआई की टीम ने संथाल परगना में भी जांच पड़ताल की है. यह भी चर्चा है कि आयकर अधिकारी संतोष कुमार के हाथों संथाल परगना के भी कई कारोबारी लाभान्वित हुए हैं.
आरोपियों से सीबीआई कर रही है जानकारी हासिल
धीरे-धीरे इस मामले की कलई खुल रही है. इस पूरे प्रकरण को दिल्ली की सीबीआई की विशेष टीम ने अंजाम दिया था. 5 दिनों के रिमांड के बाद गिरफ्तार पांचों आरोपी तो जेल चले गए हैं, लेकिन उनसे पूछताछ में सीबीआई को कुछ तथ्य हाथ लगने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि, सीबीआई ने पूछताछ की शुरुआत संतोष कुमार से की. इसके बाद एक-एक कर चार अन्य आरोपियों से पूछताछ की गई. करीब चार दर्जन प्रश्नों के लिखित उत्तर प्रधान आयकर आयुक्त से भरवाए गए हैं. इस मामले को लेकर धनबाद के कारोबारी जगत में हलचल है. देखना है कि इस कार्रवाई में आगे आगे होता है क्या.
4+