Bokaro Incident: कारखाने का गेट खुला,पटरी पर कैसे लौटने लगी जिंदगी, क्यों विधायक को लिया गया हिरासत में, पढ़िए

धनबाद(DHANBAD): गुरुवार को भड़की हिंसा के बाद शनिवार को बोकारो की जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है. शनिवार को बोकारो स्टील प्लांट का गेट खुल गया है. धीरे-धीरे कामकाज को सामान्य करने की कोशिश की जा रही है. शुक्रवार की रात लाठी चार्ज में विस्थापित युवक की मौत के बाद हंगामा बढ़ गया था. शुक्रवार की रात वार्ता के लिए बैठक बुलाई गई थी. वार्ता विफल हो गई, उसके बाद बोकारो विधायक श्वेता सिंह ने बोकारो स्टील प्लांट का गेट जाम करने की धमकी दी. उसके बाद देर रात वह गेट के सामने धरना पर बैठ गई थी. बोकारो विधायक को शुक्रवार की देर रात को हिरासत में ले लिया गया. उसके बाद बोकारो स्टील प्लांट का गेट खोल दिया गया है.
प्लांट में फंसे कर्मियों को निकाल लिया गया है
प्लांट में फंसे कर्मियों को बाहर निकाल दिया गया है. प्लांट में कर्मचारियों का आवागमन शुरू हो गया है. इधर, सेक्टर 9 में शुक्रवार की रात झड़प होने की सूचना है. सूत्र बताते हैं की वार्ता विफल होने के बाद विस्थापित संगठन के लोग लौट रहे थे. इसी दौरान हरला थाना क्षेत्र के बड़ा खटाल के पास हिंसक झड़प हो गई. जिसमें कुछ लोग घायल हो गए. पुलिस इलाके में लगातार गश्त कर रही है. घटना के बाद पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच चल रही है. इधर, यह भी सूचना मिली है कि अप्रेंटिस संघ के प्रेम महतो की मौत के बाद पिता वीरू महतो की शिकायत पर पुलिस ने हत्या की प्राथमिक दर्ज की है.
मृतक के पिता की शिकायत पर दर्ज हुआ है मुक़दमा
100 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. चास अनुमंडल पदाधिकारी ने BNSS की धारा 163 के तहत आदेश जारी किया है. आदेश जारी होने के बाद पांच या उससे अधिक लोगों को एकत्र होने पर रोक रहेगी. वार्ता विफल होने के कारण के संबंध में बताया जाता है कि विधायकों का कहना था कि एक बार फिर टालमटोल की कोशिश की जा रही थी. हम लोगों की मांग है कि बोकारो स्टील के निर्माण के लिए जमीन देने वाले 1500 अप्रेंटिस को नियोजन दिया जाये और मृतक के परिजनों को मुआवजा मिले. इधर, सेल अधिकारियों के संगठन ने भी मुख्यमंत्री को शुक्रवार को त्राहिमाम संदेश भेजा है. अधिकारियों के संगठन ने तत्काल मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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