देवघर(DEOGHAR): जितनी तेजी से देवघर का विकास हो रहा है उतनी ही तेज़ी से जमीन के भाव भी बढ़ रहे है. यही कारण है कि देवघर जैसे आध्यात्मिक शहर में जमीन विवाद के कारण लगातार हत्या हो रही है. यह हत्या या तो भूमाफिया द्वारा करवाई जा रही है या फिर रिश्तेदार ही कातिल बन जाते है. ताज़ा मामला जिला के नगर थाना क्षेत्र का है, जहां एक व्यक्ति की गला घोंटकर हत्या कर दी फिर उसके शव को एस्बेस्टर के रॉड में फंदे से लटका दिया.
सोया हुआ था पिंटू,रात 3 बजे 7 की संख्या में आये थे हत्यारे
देवघर नगर थाना क्षेत्र के खोरादाह का रहने वाला पिंटू दास की हत्या उसके रिश्तेदारों ने कर दी. बताया जाता है कि जमीन विवाद में उसकी हत्या हुई है. परिजनों के अनुसार बीती रात पिंटू दास परिवार के साथ खाना खाया औऱ वह कमरे में सोने चला गया. रात करीब 3 बजे के आसपास पिंटू दास का भाई बोलकर दरवाजा खोलवाया गया और देखते ही देखते पिंटू दास को 7 की संख्या में आये हमलावरों ने उसको पीटना शुरू कर दिया. जिसके वजह से पिंटू चिल्लाने लगा तभी दूसरे कमरे में अपने बच्चों के साथ सो रही उसकी पत्नी की नींद खुली और वह पति के कमरे में जैसे ही पहुंची वह भी चिल्लाने लगी. तभी हमलावरों ने पिंटू की पत्नी पार्वती देवी को अपने कब्जे में लेकर उसका मुँह बंद कर दिया और उसको भी धमकी देते हुए कहा कि चुप रहो नही तो तुमको और बच्चों को मार देंगे. पत्नी के सामने हमलावरों ने पिंटू को लुंगी से गला घोंटकर उसको एस्बेस्टर के रॉड से लटका दिया. जिससे उसकी मौत हो गयी. फिर हमलावर वहां से फरार हो गए. पिंटू की पत्नी रोने चिल्लाने लगी तो आसपास के लोग इक्कठा हुए और इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी. पुलिस के सामने मृतक पिंटू दास की पत्नी पार्वती देवी ने पिंटू के रिश्तेदारों पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत की, फिलहाल पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर पूरे मामले की अनुसंधान में जुट गई है.
दो हफ्ता पहले भी पिंटू पर हुआ था जानलेवा हमला
मृतक पिंटू दास के जमीन पर इसके रिश्तेदारों की पैनी नज़र बनी हुई थी. दो हफ्ते पूर्व भी पिंटू पर जानलेवा हमला किया गया था. जिसकी शिकायत नगर थाना में कर मामला भी दर्ज कराया गया था. बताया जाता है कि जब पिंटू दास बकरी चराने अपनी जमीन पर गया था तभी इसके रिश्तेदार कुछ भूमाफिया के साथ वहां पहुंच कर उसके साथ मारपीट की थी. जिसमें पिंटू दास गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसका इलाज सदर अस्पताल में कराया गया था. परिजनों का आरोप है कि उस वक़्त पुलिस अगर कार्रवाई करती तो आज पिंटू दास जीवित रहता. आरोप प्रत्यारोप लगते रहता है लेकिन जमीन विवाद में लगातार देवघर में हो रही हत्या पर सभी समाज को एकजुट होकर इसपर मंथन और चिंतन करने की आवश्यकता है तभी इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नही होगी.
रिपोर्ट ऋतुराज सिन्हा
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