रांची(RANCHI): विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का कुनबा बढ़ता जा रहा है. लगातार प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह कर कई नेता भाजपा में शामिल हो रहे है.पहले चंपाई और लोबिन भाजपा के हुए तो अब विधायक अमित यादव ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है. इनके अलावा जेपी वर्मा भी भाजपा के हो गए. सैकड़ों समर्थकों के साथ सभी ने भाजपा का दामन थामा है. साथ ही अमित और जेपी ने कहा अब कही नहीं जाएंगे. बीच में कुछ कारणों के वजह से घर से दूर था अब वापस लौट गए है.
विधायक अमित कुमार यादव बरकट्टा से निर्दलीय चुनाव जीत कर विधानसभा तक पहुंचे है. 2019 के चुनाव से पहले भी वह भाजपा में थे लेकिन जब चुनाव में टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय ही मैदान में उतर कर जीत के आकडे तक पहुँच गए.जीत के बाद वह सरकार को समर्थन नहीं किया था. बल्कि विपक्ष में ही साथ दिखते थे. भाजपा के साथ सभी मुद्दों पर सरकार से सवाल करते दिखते थे. लेकिन पांच साल बाद अब फिर से घर वापसी हुई है.
अमित यादव ने कहा कि पहले भी भाजपा के ही थे सिर्फ कमल का निशान साथ नहीं था. अब वापस से भाजपा में अपने घर लौट गए है. 2019 के चुनाव में किसी कारण से टिकट नहीं मिला. इस समय भी कांग्रेस झामुमो से चुनाव लड़ने का ऑफर मिला था. लेकिन किसी भी ऑफर को स्वीकार नहीं किया था. जनता का निर्णय था कि किसी दल में शामिल नहीं होना है. अब जब वापस से जनता ने भाजपा में जाने को कहा तो उनके बात पर भी शामिल हो रहे है. अब कही जाने का सवाल नहीं है.
वही पूर्व विधायक जेपी वर्मा भी वापस से भाजपा में शामिल हो गए है. जेपी वर्मा 2014-19 तक गाँडेय विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके है. बाद में झामुमो में शामिल हुए और लोकसभा चुनाव में निर्दलीय इंडी गठबंधन के प्रत्याशी के खिलफ मैदान में उतर गए. जिसके बाद झामुमो ने बाहर का रास्ता दिखा दिया. अब फिर विधानसभा चुनाव से पहले जेपी भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने इस दौरान झामुमो कांग्रेस पर निशाना साधा है. कहा कि यह पार्टी परिवार कि पार्टी बन गई है.बाप बेटा और पत्नी ही पार्टी है बाकी कोई नहीं है.
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