भाजपा का महाधरना : सांसद थे मुखर, लगाया- पचास हज़ार करोड़ कोयला चोरी और प्रताड़ित करने का लगाया आरोप


धनबाद(DHANBAD): धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर गुरुवार को जिला भाजपा का महाधरना हुआ. इस धरना में स्थानीय नेता सहित सांसद और बाघमारा के विधायक शामिल हुए. सांसद पशुपतिनाथ सिंह आज काफी आक्रामक थे. उन्होंने सीधे-सीधे आरोप लगाया कि पिछले 3 साल में धनबाद जिले में पचास हज़ार करोड़ से भी अधिक कोयले की लूट हुई है. इस लूट का जो भी विरोध करता है, उसे पुलिस प्रशासन अमानवीय ढंग से प्रताड़ित करता है. उन्होंने कैमरा के सामने कहा कि बलियापुर में एक लड़के ने कोयला चोरी का विरोध किया ,तो उसके शरीर के संवेदनशील भाग में पुलिस ने डंडा घुसेड़ दिया. उसे तीन दिन तक थाने में बंद रखा गया. प्रताड़ित युवक ने पुलिस के खिलाफ शिकायत वाद दायर किया है. सांसद यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि झरिया के रिंकू ने जब तत्कालीन ग्रामीण एसपी से कोयला चोरी की शिकायत की ,तो पहले उसे स्पॉट पर बुलाया गया, फिर पुलिस से पिटवाया गया और किसी महिला से उसके खिलाफ महिला उत्पीड़न का केस करा दिया गया.
सारी सीमाएं लाँघ गई है धनबाद पुलिस
यह तो हाल है धनबाद जिला पुलिस का. धनबाद जिला पुलिस अमानवीयता , दबंगता की सारी सीमाएं पार कर चुकी है. अवैध खनन में दर्जनों लोग मारे गए. निरसा में तो एक ही साथ सात लोगों की जान गई. उसके बाद भी लोग मर रहे है फिर भी कोई कार्रवाई राज्य सरकार नहीं कर रही है. कोयला चोरी में जो छापेमारी होती है, उसमें कभी भी कोई सरगना पकड़ नहीं आता. यह भी खुलासा नहीं होता कि कोयला चोरी के धंधे का मास्टरमाइंड कौन है. उन्होंने कहा कि धनबाद जिले में गिरती विधि -व्यवस्था के खिलाफ भाजपा लोकतांत्रिक ढंग से धरना -प्रदर्शन कर रही है. सरकार का ध्यान खींच रही है. धनबाद के लोगों के मन की बात धरना के माध्यम से सरकार तक पंहुचा रही है. बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने कहा कि धनबाद में कोयला चोरी नहीं, बल्कि कोयले की दोनों हाथों से लूट हो रही है.
अवैध खनन करने वाले पुलिस के शह पर कर सकते हैं कुछ भी
अवैध खनन करने वाले पुलिस के शह पर कुछ भी करने को तैयार है. उन्होंने धनबाद में कोयला चोरी की सीबीआई, ईडी से जांच कराने की मांग की. हालांकि 2 दिन पहले भी बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने धनबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोयला चोरी का आरोप लगाया था. कहा था कि एसएसपी उनकी हत्या तक करा सकते है. आज उन्होंने कहा कि 2013 से लेकर 2023 तक वह लगातार विरोध कर रहे है. ऐसे में उनके जान पर भी खतरा है. फिर भी वह डरकर चुप नहीं रहेंगे, जब तक जान रहेगी, विरोध करते रहेंगे. इसके पूर्व भाजपा नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि छठ के बाद भाजपा गिरती कानून- व्यवस्था के खिलाफ सड़क पर उतरेगी लेकिन उसके पहले गुरुवार को महा धरना आयोजित हुआ. काफी संख्या में इसमें नेताओं ने हिस्सा लिया. झारखंड सरकार और धनबाद पुलिस प्रशासन धरना देने वालों के निशाने पर थे. नेताओं ने घोषणा की कि लोकतांत्रिक तरीके से वह कोयला चोरी से लेकर गिरती कानून -व्यवस्था को सुधारने के लिए आंदोलन करते रहेंगे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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