दुमका(DUMKA): दुमका जिला में बाइक चोरी की घटना लगातार बढ़ रही है. जिला मुख्यालय से लेकर सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों से आए दिन बाइक चोरी का मामला थाना पहुंच रहा है. कई मामलों का पुलिस उद्भेदन भी करती है, जबकि अधिकांश मामला फाइलों में ही दम तोड़ देता है. ताजा मामला जिले के रामगढ़ थाना का है. पुलिस ने बाइक चोरी का उद्भेदन करते हुए 3 बाइक चोर को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही चोरी के 7 बाइक को बरामद करने में सफलता प्राप्त की है.
दुमका में लगातार बढ़ रही है बाइक चोरी की घटनाएं
जानकारी के अनुसार 15 जुलाई को रामगढ़ के कटहलडीह निवासी जीतू राय की बाइक घर के सामने से चोरी हो गयी. जीतू ने इसकी लिखित शिकायत रामगढ़ थाना में की गई. प्राथमिकी दर्ज होते ही पुलिस सक्रिय हुई. एसपी के निर्देश पर बाइक चोरी की घटना के उद्भेदन के लिए एसडीपीओ जरमुंडी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने बाइक चोरी की घटना को अंजाम देने वाले जोरडीहा निवासी महेश कुमार मंडल, दामोडीह निवासी हीरालाल मंडल और अमड़ापहाड़ी निवासी ताला सोरेन को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान इसने अपना अपराध स्वीकार किया. इनकी निशानदेही पर ना केवल जीतू राय की बाइक को बरामद किया गया, बल्कि चोरी के कुल 7 बाइक को बरामद किया गया. बाइक को दुमका और पाकुड़ जिला के विभिन्न क्षेत्रों से बरामद किया गया, जिसे चोरों ने बेच दिया था. पुलिस ने तीनों चोर को जेल भेज दिया गया.
पुलिस ने खुलासा करते हुए 3 चोरों के साथ 7 बाइक को किया जब्त
जानकर बताते है कि दुमका औऱ आसपास के जिलों में बाइक चोरी के लिए कई गिरोह सक्रिय है. जो एक जिले से बाइक चोरी कर दूसरे जिले में बेचता है. कहा जाता है कि चोरी की बाइक शहर की सड़कों के बजाय सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र की पगडंडियों पर दौड़ती है. बाइक से ऐसे क्षेत्र में अवैध कोयला का परिवहन होता है, जहां पुलिस को पहुंचने के लिए काफी सोचना पड़ता है, क्योंकि नक्सलवाद की आड़ में ऐसे दुरूह क्षेत्र से कोयला का अवैध खनन और परिवहन होता है. इसके लिए बाइक रिमॉडलिंग कर डबल शॉकर लगाया जाता है. समय-समय पर ऐसे कई बाइक को पुलिस जब्त भी करती है. इसलिए बाइक चोरी की घटना पर अंकुश लगाना पुलिस के समक्ष कठिन चुनौती है.
रिपोर्ट-पंचम झा
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