Bihar Election: आखिर चुनाव के ठीक बीच राजनाथ सिंह ने एनडीए के सीएम फेस के कंफ्यूजन को कैसे दूर किया, पढ़िए !


धनबाद(DHANBAD) : बिहार में एनडीए अगर चुनाव जीतता है, तो कौन मुख्यमंत्री होगा, इसके सारे कंफ्यूजन को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दूर कर दिया है. राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि चुनाव के बाद नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री होंगे. बता दें कि तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम फेस घोषित किए जाने के बाद एनडीए के सीएम फेस पर सवाल उठाए जा रहे थे. राजनाथ सिंह ने दावा किया कि एनडीए बिहार में 160 से अधिक सीट जीतकर वापसी करेगा.
इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने विपक्षी दलों की मांग को भी खत्म कर दिया. राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली में एक चैनल के इंटरव्यू में सीएम फेस के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रहा है. स्वाभाविक है, चुनाव के बाद वही मुख्यमंत्री होंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में जो उत्साह दिख रहा है, उससे लग रहा है कि एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलेगा.
उन्होंने बिहार में प्रशांत किशोर के फैक्टर को भी नकार दिया और कहा कि जनसुराज एक भी सीट नहीं जीत पाएगी. उन्होंने इसके भी संकेत दिए कि बिहार चुनाव के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है. इधर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ने शनिवार को कहा कि अगर एनडीए बिहार में चुनाव हार जाता है, तो उन्हें कोई आश्चर्य नहीं होगा. क्योंकि इस राज्य के लोग बदलाव चाहते है. उन्होंने कहा कि बिहार देश के बाकी राज्यों से अलग है और यह भारतीय राजनीति के कुछ निर्णायक क्षणों का साक्षी भी रहा है.
उन्होंने कहा कि बिहार में प्रचार को नहीं गए हैं, लेकिन राज्य में अपने संपर्कों से मिली जानकारी के अनुसार अगर एनडीए सत्ता खो देता है, तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग बदलाव चाहते है. बिहार एक गरीब राज्य है, लेकिन यहां के नागरिक राजनीतिक रूप से जागरूक है. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान चंपारण में महात्मा गांधी का आंदोलन, आपातकाल के खिलाफ जयप्रकाश नारायण का आंदोलन और विपक्ष में रहते हुए इंदिरा गांधी का हाथी पर सवार होकर बेलछी का दौरा करना, भारतीय राजनीति के निर्णायक क्षण है. बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 65.8 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो राज्य में अब तक का रिकॉर्ड है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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