धनबाद(DHANBAD)सोमवार यानी आज शाम से अगर आप एंबुलेंस के लिए 108 पर फोन करेंगे, तो कोई रिस्पांस नहीं मिलेगा. मरीज और उनके परिजनों को इसके लिए तैयार रहना होगा. यह तो गनीमत है कि हड़ताल दुर्गा पूजा के बाद होने जा रही है. दुर्गा पूजा में भी वेतन का भुगतान नहीं मिलने से नाराज एंबुलेंस चालक आज शाम से हड़ताल पर चले जाएंगे. मरीज को हड़ताल टूटने तक निशुल्क 108 एंबुलेंस सेवा नहीं मिलेगी. यह हड़ताल कब तक चलेगी और लोगों को कब तक परेशानी झेलनी होगी, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. जानकारी के अनुसार 3 माह के बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर एंबुलेंस चालक और कर्मचारियों ने सोमवार की रात 8 बजे से हड़ताल की घोषणा कर दी है.
108 एंबुलेंस सेवा की 36 गाड़ियां चलती है धनबाद में
धनबाद में 108 एंबुलेंस सेवा की 36 गाड़ियां चलती है. जो जरूरतमंद मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में लगी रहती है. आज रात से इनका परिचालन ठप हो जाएगा. चालक और कर्मचारियों का कहना है कि एंबुलेंस संचालक एजेंसी पिछले 3 महीने से वेतन नहीं दे रही है. कई बार मांगने के बावजूद इस पर गंभीरता नहीं दिखाई गई. सिर्फ आश्वासन मिल रहा है, लेकिन आश्वासन के भरोसे पेट कैसे भरेगा. दुर्गा पूजा के पहले वेतन भुगतान की बात कही गई थी. लेकिन पूजा में भी पेमेंट नहीं मिला. लोगों की जरूरत को देखते हुए पूजा में भी उन लोगों ने एंबुलेंस चलाया. इसके बाद मजबूरी में हड़ताल की घोषणा की गई है. अब वह इस बात को लेकर अडिग है कि जब तक उनके सभी बकाये का भुगतान नहीं कर दिया जाता ,वह लोग एम्बुलेंस नहीं चलाएंगे, हड़ताल पर जाने की घोषणा करने वाले दुखी भी है. उनका कहना है कि वह जानते हैं कि इससे जरूरतमंद मरीजों को परेशानी होगी, लेकिन उनके पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है.
दुर्गा पूजा जैसे पर्व में भी नहीं मिला भुगतान
दुर्गा पूजा में भी वह लोग घर से दूर एंबुलेंस चलाते रहे और पैसा नहीं मिलने के कारण घर परिवार को नए कपड़े तक नहीं दे सके. बाध्य होकर उन लोगों ने हड़ताल का निर्णय लिया है. सोमवार की शाम तक अगर उनके बकाए का भुगतान नहीं हुआ तो रात 8 बजे से सभी चालक और कर्मी हड़ताल पर चले जाएंगे. उधर, एजेंसी के प्रतिनिधि का कहना है कि उनके पास सिर्फ कर्मचारियों का एक महीने का वेतन बकाया है. हर महीने की 8 तारीख को भुगतान किया जाता है. इस महीने अभी तक नहीं हो पाया है. दो महीने का वेतन पुरानी एजेंसी ने नहीं दिया था. उसकी मांग भी वह लोग नई एजेंसी से कर रहे हैं, जो सही नहीं है. जो भी हो लेकिन मामला गंभीर है. जरूरतमंद लोगों के जीवन और मरण का प्रश्न खड़ा हो सकता है. अगर 108 एंबुलेंस के चालक और कर्मचारी हड़ताल पर चले जाते हैं तो लोगों को भारी परेशानी होगी. अब देखना है कि सरकार इस मामले में हस्तक्षेप कर मामले को सुलझाने का प्रयास करती है अथवा हड़ताली आज से काम बंद कर देते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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