BCCL: उत्पादन लक्ष्य से कंपनी पिछड़ रही तो पढ़िए -कैसे ताबड़तोड़ अधिकारियो पर गिर रही गाज !!
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धनबाद(DHANBAD) : देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया की सबसे बड़ी इकाई भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) उत्पादन लक्ष्य से पीछे चल रही है. नतीजा है कि महाप्रबंधकों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. हरहाल में लक्ष्य हासिल करने के प्रयास किये जा रहे है. लेकिन अब यह संभव दिखता नहीं है. बीसीसीएल लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएगी. मार्च महीना अब करीब है. बीसीसीएल में प्रदर्शन के आधार पर महाप्रबंधकों के कार्यों की समीक्षा शुरू कर दी गई है. जानकारी के अनुसार बुधवार को बीसीसीएल के तीन महाप्रबंधक बदल दिए गए है. मार्च के बाद कई और महाप्रबंधक बदले जा सकते है. उन पर तबादले की गाज गिर सकती है.
पढ़िए-किनको-किनको बदल दिया गया है
सूचना के मुताबिक लोदना एरिया के महाप्रबंधक निर्झर चक्रवर्ती को एरिया से हटाकर मुख्यालय कोयला भवन में क्वालिटी कंट्रोल का जीएम बनाया गया है. पूर्वी झरिया क्षेत्र के महाप्रबंधक निखिल त्रिवेदी को लोदना एरिया का जीएम बनाया गया है. पूर्वी झरिया के एडिशनल जीएम सुशील कुमार को फिलहाल ईजे एरिया के जीएम का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. वित्तीय वर्ष खत्म होने में लगभग 40 दिन बचे हैं और कंपनी लक्ष्य से दूर चल रही है. सूत्र बताते हैं कि हाथ पांव मारने के बाद भी कंपनी फरवरी तक 36 मिलियन टन के आसपास पहुंच सकती है. जबकि चालू वित्तीय वर्ष में बीसीसीएल का उत्पादन लक्ष्य 45 मिलियन टन निर्धारित है. हालांकि चालू वित्तीय वर्ष में जितना लक्ष्य निर्धारित किया गया था.
प्रोडक्शन टारगेट को लेकर पहले से ही था संदेह
पहले से ही संदेह था कि कंपनी उस तक पहुंच पाएगी. दिसंबर 24 तक बीसीसीएल ने लगभग 30 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया था और लगभग 28 मिलियन टन कोयले का डिस्पैच करने में सफलता पाई थी. कोयला मंत्रालय ने देशभर की कोयला कंपनियों के कोयला प्रोडक्शन पर पहली जनवरी को जारी रिपोर्ट में दिसंबर तक के उत्पादन का आंकड़ा दिया था. बताया गया था कि देश में कुल कोयला उत्पादन 97.94 मिलियन टन तक पहुंच गया है. जो पिछले वर्ष की इसी महीने के दौरान किए गए उत्पादन से अधिक है. आंकड़े में 5.33% ग्रोथ बताया गया था. यह भी कहा गया था कि कैप्टिव और अन्य खदानों से 18.95 मिलियन टन प्रोडक्शन हुआ है. जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से 29.61% अधिक है. यह तो समग्र कोल इंडिया की बात थी. लेकिन बीसीसीएल प्रोडक्शन में पिछड़ रही है. बता दे कि कोल इंडिया में कोकिंग कोल उत्पादन की यह सबसे बड़ी यूनिट है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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