धनबाद(DHANBAD) | झारखंड में रंगदारी को लेकर बाघमारा का नाम टॉप पर है. यहाँ नेशनल ही नहीं ,इंटरनेशनल रंगदार है. बाघमारा में रंगदारी की शिकायत रशियन वाणिज्य दूतावास ने भी की थी. बाघमारा में फिलहाल की लड़ाई दो सांसदों के बीच की है. बाघमारा में पावर का उपयोग कर रंगदारी की लड़ाई छिड़ी हुई है. बिना पार्टरशिप के बाघमारा में कोई आउटसोर्स कंपनी चल नहीं सकती है. यह कहना है निरसा के माले विधायक अरूप चटर्जी का. उनका कहना है कि अपने स्वार्थ में लड़ाने वालो की हाथो में भी हथकड़ी लगनी चाहिए. अरूप चटर्जी शुक्रवार को धनबाद आए थे. जब मीडिया ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने बाघमारा कांड को लेकर बहुत कुछ कहा. दरअसल, बाघमारा कांड अभी चर्चे में है. सबकी नजर बाघमारा पर टिकी हुई है. 9 अगस्त को इलाके के एसडीपीओ पर हमले के बाद बाघमारा की चर्चा हर जुबान पर है.
9 जनवरी को बाघमारा के खरखरी जंगल में हुई थी घटना
9 जनवरी को बाघमारा के खरखरी जंगल में हिल टॉप राइजिंग आउटसोर्सिंग के लिए बाउंड्री को लेकर विवाद हुआ. इस विवाद में खुलकर गोली -बम का उपयोग किया गया. एक व्यक्ति को गोली भी लगी थी. इस घटना के बाद एससीडीपीओ के नेतृत्व में जब पुलिस बल कारू यादव के मार्केट कंपलेक्स में छापामारी को गया, तो पत्थरबाजी शुरू हो गई. एसडीपीओ घायल हो गए. उसके बाद तो धनबाद से लेकर रांची तक अपरा तफरी मच गई. रातों-रात उत्तरी छोटानागपुर के वरीय पुलिस अधिकारी धनबाद पहुंचे. बैठक की गई. बैठक के बाद 10 जनवरी से ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू हुई. अब तक इस मामले में 18 से अधिक लोग जेल भेजे जा चुके है. घटना का किंगपिन कारू यादव को पुलिस ने बिहार के जमुई से गिरफ्तार किया. कारू यादव की गिरफ्तारी 15 जनवरी को की गई. उसके बाद उसे जेल भेज दिया गया. दस जनवरी को आईजी ने घटनास्थल और सांसद कार्यालय का निरीक्षण किया. उसके अगले दो दिन आईजी और डीआईजी धनबाद में कैंप करते रहे.
11 जनवरी को दो थानेदार सस्पेंड किये गए थे
11 जनवरी को दो थानेदार सस्पेंड किये गए. उनपर लापरवाही का आरोप लगा. आईजी के नेतृत्व में खरखरी और आशाकोठी में छापेमारी भी हुई. पुलिस ने इस मामले में सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के खिलाफ एफआईआर की. आउटसोर्सिंग कंपनी हिल टॉप राइजिंग आउटसोर्सिंग के मालिक के खिलाफ भी एफआईआर हुई. तो बीसीसीएल के गोविंदपुर एरिया के महाप्रबंधक के खिलाफ भी मुक़दमा दर्ज कर पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी करने लगी. आकाश कोठी में पुलिस को कोयले का भारी भंडार मिला. जो अवैध खनन के बाद जमा किया गया था. इन कोयले को ढोने में बीसीसीएल के हाईवा भी हांफने लगे. उसके बाद पुलिस ने 13 जनवरी को आशाकोठी जमीन की माफी शुरू कराई. इसी दिन एसएसपी के नेतृत्व में सर्च अभियान चलाया गया. पुलिस का एक्शन अभी भी जारी है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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