धनबाद(DHANBAD) : धनबाद में विधानसभा चुनाव को लेकर 20-20 का मैच शुरू हो गया है. टेस्ट मैच खेलने वाले तो अभी स्थिर है, लेकिन 20-20 मैच खेलने वाले आगे बढ़कर एक ओवर में छह छक्का लगाने की कोशिश शुरू कर दिए है. जिन सीटों पर सिटिंग विधायक है, वह भी अपने को सुरक्षित करने में लगे हुए है. वैसे विधानसभा चुनाव को लेकर "होर्डिंग वार" भी शुरू हो गया है. यह बात अलग है कि कोई अभी कुछ साफ-साफ नहीं कह रहा है, लेकिन होर्डिंग का मतलब सीधे चुनाव से है. धनबाद में कई जगहों पर भाजपा नेता सत्येंद्र कुमार की होर्डिंग लग गई है. होर्डिंग में स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन की शुभकामनायें दी गई है. यह अलग बात है कि लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद भी सत्येंद्र कुमार ने होर्डिंग लगवाई थी. लेकिन स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन की बधाई के बहाने वह धनबाद विधानसभा से अपनी उम्मीदवारी पेश करने की कोशिश कर रहे है.
"होर्डिंग वार" में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़
ऐसा भाजपा के ही लोग कह रहे है. इधर, अशर्फी अस्पताल के सीईओ हरेंद्र सिंह ने भी लगभग डेढ़ दर्जन जगहों पर होर्डिंग लगवाई है. प्रचार तो वह अशर्फी अस्पताल का कर रहे हैं, लेकिन उसका मतलब भी चुनाव से ही निकाला जा रहा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के भी कई नेताओं ने धनबाद में होर्डिग लगा रखी है. भाजपा नेता सत्येंद्र कुमार की होर्डिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,जेपी नड्डा, बाबूलाल मरांडी, अमर कुमार बाउरी और सांसद ढुल्लू महतो की तस्वीर है. होर्डिंग में लिखा गया है कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंधन की शुभकामनाएं और बधाई. दूसरी ओर हरेंद्र सिंह की होर्डिंग में लिखा हुआ है कि स्वस्थ शरीर, स्वस्थ समाज. साथ में स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंधन की शुभकामनाएं ,वैसे भी धनबाद जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र में इस बार उम्मीदवारों की भरमार है. पूछे जाने पर भाजपा के एक वरीय नेता ने कहा कि टिकट के लिए दावा पेश करना सभी कार्यकर्ताओं का अधिकार है. सभी को आगे बढ़ने का मौका भी मिलना चाहिए, अब पार्टी जिसे टिकट देगी, वहीं चुनाव लड़ेगा.
महानगर और ग्रामीण कमेटी का गठन होना बाकी
वैसे भी, भाजपा में अभी महानगर और ग्रामीण कमेटी का गठन नहीं हुआ है. संभावना व्यक्त की जा रही है कि दो-चार दिनों में कमेटी का गठन हो जाएगा. सूत्र बताते हैं कि महानगर और ग्रामीण कमेटी में पदाधिकारी बनने का नए लोगों में बहुत उत्साह नहीं है. लेकिन हां, पुराने लोगों को कमेटी में बनाए रखने को लेकर भाजपा नेताओं में सक्रियता है. वैसे भी समझा जाता है कि ढुल्लू महतो के सांसद बनने के बाद धनबाद जिला भाजपा के समीकरण में कुछ उलट फेर हो सकता है. नए सांसद ढुल्लू महतो तो चाहेंगे कि जिला समिति में उनके अधिक से अधिक आदमी हो, तो बाकी विधायक यह चाहेंगे कि जिला समिति में उनके लोगों की भी सहभागिता प्रचूर मात्रा में हो. अब समय पूर्व सांसद पशुपतिनाथ सिंह का नहीं है. भाजपा का कोई भी विवाद उनके दरवाजे पर जाकर सुलझ जाता था, लेकिन सवाल है कि क्या अब ऐसा हो पाएगा.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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