जमशेदपुर(JAMSHEDPUR): लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार से लड़ रही आंगनबाडी सेविका और सहायिका द्वारा फिर से अपनी आंदोलन का डंका बजा दिया गया है. दरअसल आज जमशेपुर के साकची आम बगान से आंगनबाडी सेविका और सहायिकाओं की ओर से जुलुस निकाल कर सरकार के खिलाफ उपायुक्त कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन और पुरजोर नारेबाजी किया गया. साथ ही आंगनबाडी सेविकाओं के द्वारा अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर जिला उपायुक्त के जरिए राज्य के मुख्यमंत्री को अपनी मांग पत्र सौंपा गया
इस मानदेय में नही चल रहा घर का खर्चा
बता दें कि इस जुलूस में पुरे जिलें से लगभग सैकड़ो आंगनबाडी सेविका और सहायिकाओं ने जिला उपायुक्त कार्यालय पर एक दिवसीय प्रदर्शन और धरना दिया है. वहीं इस दौरान उनका साफ तौर पर कहना है कि सरकार जितना उन्हें मानदेय दे रही है उससे उनका गुजारा नहीं हो पा रहा है. इतने कम मानदेय पर वे लोग अपने घर भी सही ढंग से नहीं चला पा रही है. मानदेय मे बढ़ोतरी के साथ-साथ सात सूत्री मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया है, उन्होंने कहा कि सरकार अगर उनकी मांगों को नहीं मानेगी तो आने वाले एक अक्टूबर से सभी आंगनबाडी सेविका और सहायिका अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएंगी. वहीं सभी ने राज्य सरकार से कड़े शब्दों मे अपनी मांगो को रखा है, साथ ही हड़ताल की चेतावनी भी दी है.
महिलाओं के हक अधिकार के साथ किया जा रहा खेलवाड़
वहीं इस दौरान विरोध में शामिल एक महिला ने कहा कि सरकार की ओर से हमें इतनी कम मानदेय दी जा रही है कि हम अपने बच्चों को भी नही पढ़ा पा रहे है, साथ ही उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार मंईयां सम्मान योजना के जरिए महिलाओं के आत्मसम्मान को बढ़ावा दे रही है, तो वहीं दुसरी ओर उनके ओर से महिलाओं के हक अधिकार के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं.
रिपोर्ट: रंजीत कुमार ओझा
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