मुस्लिम परिवार के आंगन से निकली एक हिंदू बेटी की अर्थी, मुंहबोले भाई ने दी मुखाअग्नि, अब श्राद्ध की हो रही तैयारी  

हम भले मजहब के नाम पर लड़े-मरे,कटु वचन  बोले. लेकिन, कोई भी धर्म या मजहब इंसानियत का ही पाठ पढ़ाता है. इससे  बड़ा तो कोई धर्म है ही नहीं. आज बेशक धर्म के नाम पर सियासत हो रही हो, इसी के नाम पर बंटने और बांटने का खेल चला रहा हो.

मुस्लिम परिवार के आंगन से निकली एक हिंदू बेटी की अर्थी, मुंहबोले भाई ने दी मुखाअग्नि, अब श्राद्ध की हो रही तैयारी