धनबाद(DHANBAD):धनबाद जेल में कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या करने वाला कथित शूटर सुंदर महतो का असली नाम रितेश यादव ही है. धनबाद पुलिस इसकी जांच के लिए प्रतापगढ़ पहुंची. धनबाद पुलिस की जांच में सामने आया कि रितेश यादव पर दो आपराधिक मामले दर्ज हैं. चार माह पहले प्रयागराज की एक घटना में वह शामिल था. इसके अलावा अपने मौसी के घर प्रतापगढ़ में मारपीट के मामले में भी वह आरोपी है. रितेश यादव के पिता इंद्रपाल यादव सूरत में काम करते हैं. उसकी मां आशा कार्यकर्ता है. जो भी हो लेकिन घटना के बाद से ही आशंका व्यक्त की जा रही थी कि सुंदर महतो असल में रितेश यादव है. जिसकी पुष्टि अब हो गई
सुंदर महतो को ठोस प्लानिंग के तहत उसे धनबाद जेल में भेजा गया था
वहीं यह भी बात सामने आ रही है कि ठोस प्लानिंग के तहत उसे धनबाद जेल में भेजा गया था. बाइक चोरी के आरोप में वह धनबाद जेल पहुंचा था. उसके बाद अमन सिंह का वह सेवक बन गया और अंततः गोलियों की बौछार कर उसकी हत्या कर दी. इधर, धनबाद जेल हॉट केक बना हुआ है. जेल परिसर की लगातार जांच पड़ताल की जा रही है. अधिकारियों की टीम पहुंच रही है. बुधवार को भी जांच पड़ताल की गई . हत्या की जांच कर रहे सराय ढेला के थाना प्रभारी बुधवार को फिर धनबाद जेल पहुंचे. उन्होंने अमन को गोली मारने वाले रितेश यादव उर्फ सुरेश महतो से हुई पूछताछ से सामने आए तथ्यों की जानकारी जुटाने और उसका सत्यापन करने के लिए धनबाद जेल पहुंचे थे.
हत्याकांड में एक दर्जन लोगों की किसी न किसी प्रकार से संलिप्तता है
पुलिस फिलहाल रितेश की मदद करने वालों की पहचान करने में जुटी है. पुलिस की एक टीम लगातार जेल में लगे कैमरे की फुटेज जांचने में जुटी है. दरअसल रितेश बार-बार कह रहा है कि वह धनबाद जेल में ज्यादा लोगों को नहीं पहचानता. इसलिए फुटेज दिखाकर पुलिस उसकी पहचान कराने की कोशिश कर रही है. वैसे संदेह यह भी व्यक्त किया जा रहा है कि हत्याकांड में एक दर्जन लोगों की किसी न किसी प्रकार से संलिप्तता है. पुलिस उनकी पहचान कर रही है .हो सकता है कि उन्हें केस में अप्राथमिक अभियुक्त बनाकर रिमांड किया जाए. वैसे जेल में फिर स्पेशल टीम ने छापेमारी की और एक मोबाइल और मिला है. मतलब अब तक धनबाद जेल से कुल 8 मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
4+