धनबाद(DHANBAD) | पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के बाद 2017 में अमन सिंह को गिरफ्तार कर जब धनबाद लाया गया, तो वह मामूली शूटर था. लेकिन देखते-देखते गैंगस्टर बन गया. यूपी का यह लड़का झारखंड में आकर गैंगस्टर बन गया. जेल से ही रंगदारी चलाने लगा, लेकिन जेल में ही उसकी हत्या कर दी गई. जिस तरह से रंगदारी के लिए उसने हत्या करवाई, उससे भी खतरनाक ढंग से उसकी हत्या कर दी गई. हत्यारे की पहचान सुंदर महतो के रूप में की गई है. सघन जांच के बाद धनबाद जेल से दो पिस्टल बरामद होने की अधिकृत पुष्टि हुई है. हथियार कैसे पहुंचा, इन सब बातों की अभी जांच चल रही है. दूसरों को जिस तरीके से वह मरवाता था, उसी तरीके से खुद भी मर गया. हालांकि इस घटना ने धनबाद, रांची से लेकर उत्तर प्रदेश तक तहलका मचा रखा है. उत्तर प्रदेश एटीएस के भी कान खड़े हो गए है.
फुलप्रूफ योजना बनाकर अमन सिंह की हुई हत्या
यह तो तय है कि फुलप्रूफ योजना बनाकर अमन सिंह की हत्या की गई है. जेल में हत्या करने की बात तो कोई सोच भी नहीं सकता था .लेकिन, ठोस योजना बनाकर अमन सिंह की हत्या कराई गई. सुंदर महतो के रूप में हत्यारे की पहचान हुई है. पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. पूछताछ से ही खुलासा संभव है कि किसके कहने और कैसे हत्या को अंजाम दिया गया. इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड कौन है,
रविवार को धनबाद जेल में अमन सिंह की हत्या के बाद धनबाद के जेलर को तत्काल प्रभाव से निलंबित एवं स्थानांतरित करते हुए विभागीय कार्रवाई चलाने का निर्देश दिया गया है. चतरा मंडल कारा के जेलर को तत्काल प्रभाव से धनबाद मंडल कारा में जेलर के रूप में पदस्थापित किया गया है. मृतक कैदी अमन सिंह के शव के पोस्टमार्टम के लिए धनबाद के उपायुक्त ने विशेष टीम का गठन किया था. सोमवार को पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी होने के बाद मृतक के शरीर को उनके परिजनों को सौंप दिया गया.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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