Aman Sahu Encounter: अमन साहू ने धनबाद में कैसे ली थी "अपराध की पीएचडी", पढ़िए इस रिपोर्ट में !

धनबाद(DHANBAD): कुख्यात अमन साहू का तो अब अंत हो गया है. एनकाउंटर में वह मंगलवार को मारा गया. बताया जाता है कि धनबाद में ही उसने अपराध की "पीएचडी" ली थी. सूत्र बताते हैं कि धनबाद में ही सूरज सिंह गैंग के साथ रहकर उसके मन में हथियार रखने, दिखाने का शौक पैदा हुआ था. और फिर वह कुख्यात गैंगस्टर बन गया. बताया जाता है कि अमन साहू पहले धनबाद के चर्चित गैंगस्टर रहे सूरज सिंह के लिए काम करता था. वह 2015 में सूरज सिंह गिरोह के संपर्क में आया. उसके बाद फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. सूरज सिंह की मौत धनबाद से बाहर कहीं डेंगू से हो गई थी. उसके बाद अमन साहू अन्य गैंगस्टरों के संपर्क में आया. साथ मिलकर काम करने लगे. वह रंगदारी वसूलने लगा. फिर तो वह बड़ा गैंगस्टर बन गया.
तीन राज्यों की पुलिस के लिए बना हुआ था चुनौती
बता दें कि अमन साहू झारखंड पुलिस के साथ-साथ छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल पुलिस के लिए भी चुनौती बना हुआ था. तीन राज्यों में इस गिरोह के खिलाफ 150 से अधिक केस दर्ज है. झारखंड में ही केवल विभिन्न जिलों में 129 से अधिक मामले दर्ज है. अमन साहू को 2020 में रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद से वह लगातार जेल में रहा, लेकिन जेल में रहकर ही वह अपना गिरोह चलाता रहा. बताया जाता है कि हाल के महीनों में उसने कई बड़े कारोबारियों और ठेकेदारों को रंगदारी के लिए धमकी दी थी. अमन साहू छत्तीसगढ़ की जेल से पूरा नेटवर्क चला रहा था. दुबले ,पतले और मासूम चेहरे वाला अमन साहू को देखकर किसी को भरोसा नहीं होगा कि यह इतना बड़ा गैंगस्टर था. यह भी बताया जाता है कि अमन साहू पहले हार्डकोर नक्सली था. वसूली के लिए खुद का नेटवर्क झारखंड के अलावा अन्य राज्यों में भी चला रहा था. उसके गैंग में कई शूटर शामिल थे. झारखंड से लेकर छत्तीसगढ़ तक अमन साहू कोयला कारोबारियों, ठेकेदारों को निशाना बनाता था.
कोयला कारोबार से जुड़े लोगों से वसूली करता था
वह कोयला कारोबार से जुड़े लोगों से वसूली करता था और इनकार करने पर हमला करा देता था या हत्या करवा देता था. कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू एनकाउंटर के संबंध में बताया जाता है कि पुलिस रायपुर जेल से रांची लाकर उससे कई मामलों में पूछताछ करना चाहती थी. सूत्रों के अनुसार यह एनकाउंटर मंगलवार की सुबह पलामू के चैनपुर में हुआ. रांची पुलिस जब अमन साहू को रायपुर से ला रही थी तो पलामू में गैंगस्टर के लोगों ने पुलिस दल पर बम से हमला कर दिया. इससे पुलिस की गाड़ी पलट गई. अमन साहू ने एक पुलिसकर्मी से इंसास राइफल छीनकर भागने की कोशिश की. पुलिस ने उसे रुकने को कहा, लेकिन भागते हुए उसने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद जबावी कार्रवाई में पुलिस दल ने उसे मार गिराया.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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