Aman Sahu Enconter: अमन साहू की कौन सी हसरत रह गई अधूरी, पढ़िए इस रिपोर्ट में

धनबाद(DHANBAD): डीजीपी अनुराग गुप्ता ने मंगलवार को हजारीबाग में कहा कि वह झारखंड को अपराध मुक्त प्रदेश बनाना चाहते है. इस दिशा में पुलिस गंभीरता से काम कर रही है. डीजीपी अमन साहू एनकाउंटर के बाद हजारीबाग पहुंचे थे. एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की हत्या के मामले में अनुसंधान की समीक्षा करने के लिए गए थे. इसी क्रम में उन्होंने कहा कि झारखंड को अपराध मुक्त बनाना पुलिस की प्राथमिकता है. इस पर पुलिस गंभीरता से काम कर रही है. इधर, अमन साहू के एनकाउंटर के बाद पक्ष और विपक्ष साथ दिखे. मंगलवार को एनकाउंटर का मामला झारखंड विधानसभा के अंदर और बाहर व्याप्त रहा. कानून- व्यवस्था के मामले में विपक्ष ने सोमवार को सरकार को घेरा था. लेकिन अमन साहू के एनकाउंटर के बाद पुलिस की कार्रवाई पर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक साथ दिखे. इधर, यह भी बताया जाता है कि गैंगस्टर अमन साहू का माननीय बनने का सपना अधूरा ही रह गया. अब वह चाहने लगा था कि वह समाजसेवी की राह चल कर माननीय बन जाए. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
विधानसभा चुनाव लड़ने की ईच्छा रखता था
2019 के विधानसभा चुनाव में वह बड़कागांव से चुनाव लड़ने की इच्छा रखता था. अमन साहू खुद को समाजसेवी सह भावी विधायक प्रत्याशी बड़कागांव कहते हुए नेता के ड्रेस में झारखंड के कई बड़े नेताओं को उनके जन्मदिन पर बधाई संदेश भी भेजता था. वह तो 2024 में भी विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रयास किया था. लेकिन सफल नहीं हुआ. झारखंड, ओडिशा और बंगाल में तो उसका दबदबा था ही, टंडवा कोयलांचल क्षेत्र में उसका पूरी तरह से वर्चस्व था. अमन साहू और उसके गिरोह के खिलाफ टंडवा थाने में रंगदारी, आगजनी और लेवी के लिए दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे. अमन साहू और उसका गैंग लगातार रेलवे निर्माण में लगी कंपनी, ट्रांसपोर्टिंग कंपनी, कोयला कारोबारी को धमकी देते थे. इधर यह भी पता चला है कि पुलिस अमन साहू के एनकाउंटर के बाद से उसके गैंग के लोगों की धर- पकड़ तेज कर दी है. गैंग के कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
एनकाउंटर में अमन साहू मंगलवार को मारा गया
बता दे कि कुख्यात अमन साहू का तो अब अंत हो गया है. एनकाउंटर में वह मंगलवार को मारा गया. बताया जाता है कि धनबाद में ही उसने अपराध की "पीएचडी" की थी. सूत्र बताते हैं कि धनबाद में ही सूरज सिंह गैंग के साथ रहकर उसके मन में हथियार रखने ,दिखाने का शौक पैदा हुआ था. और फिर वह कुख्यात गैंगस्टर बन गया. अमन साहू पहले धनबाद के चर्चित गैंगस्टर रहे सूरज सिंह के लिए काम करता था. वह 2015 में सूरज सिंह गिरोह के संपर्क में आया. उसके बाद फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. सूरज सिंह की मौत धनबाद से बाहर कहीं डेंगू से हो गई थी. उसके बाद अमन साहू अन्य गैंगस्टरों के संपर्क में आया. साथ मिलकर काम करने लगे. फिर वह रंगदारी वसूलने लगा. फिर तो वह बड़ा गैंगस्टर बन गया.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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