धनबाद(DHANBAD) : धनबाद की झरिया में खुलेआम मानव अधिकारों का हनन हो रहा है. लोग समय से पहले काल के गाल में जा रहे है. बीमारी से पूरा आवाम परेशान है, फिर भी झरिया के प्रदूषण पर किसी का कोई ख्याल नहीं है. ग्रीन लाइफ झरिया एवं यूथ कॉन्सेप्ट के संयुक्त तत्वधान में सोमवार को दूसरे दिन प्रदूषण के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. ग्रीन लाइफ झरिया एवं यूथ कॉन्सेप्ट के संयुक्त तत्वावधान में मेंन रोड, देशबंधु सिनेमा के समीप झरिया में व्याप्त वायु प्रदूषण के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. अभियान में लगे लोग बाजार को जा रहे लोगों से आवेदन पर हस्ताक्षर करने की अपील कर रहे थे. लोगों में हस्ताक्षर में उत्साह के साथ कोयला उत्पादन में लगी कंपनियों एवं सरकार के प्रति नाराजगी थी. महिलाओं के साथ कॉलेज के छात्राओं ने भी बड़ी संख्या में हस्ताक्षर किये. सोमवार को वायू प्रदूषण के विरोध में 500 लोगों ने हस्ताक्षर किये.
BCCL को पूरी तरह से जिम्मेवार बताया गया
झरिया कोलफील्ड बचाओ समिति के उपाध्यक्ष शिवबालक पासवान ने कहा कि झरिया को सबसे प्रदूषित शहर बनाने में आउटसोर्सिंग कंपनियों का हाथ है. सरकार की जिम्मेवारी है कि बैज्ञानिक पद्धति से मानक के अनुरूप खनन कर जनमानस की रक्षा करे. आगे कहा कि प्रदूषण के कारण झरिया के लोग गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं, यह मानव अधिकारों का हनन है. श्रीकान्त अम्बष्ठ ने कहा कि डी एम एफ टी फंड का 60 प्रतिशत कोयला क्षेत्र के पर्यावरण, प्रदूषण और लोगों के जीवन स्तर के विकास पर खर्च करना है, किंतु धनबाद में ऐसा नही हो रहा है. झरिया के लोग में असमय मृत्यु दर बढ़ गई है. लोग भयभीत है. शिवचरण शर्मा ने कहा कि बीसीसीएल झरिया में प्रदूषण फैला कर सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को मुँह चिढ़ा रही है. कोयला कम्पनी झरिया में वायु प्रदूषण का जहर फैलाकर लोगों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है.
हस्ताक्षर अभियान में थे शामिल
हस्ताक्षर अभियान में ग्रीन लाइफ के संयोजक डॉ मनोज सिंह, यूथ कॉन्सेप्ट के संयोजक अखलाक अहमद, शिवबालक पासवान, श्रीकान्त अम्बष्ठ, शिवचरण शर्मा, डॉ यस हैदर, डॉ ओम प्रकाश प्रसाद, सत्यनारायण भोजगड़िया, अशोक मालाकार, चैतन्य मिश्रा, विजय कुमार पाण्डे, शैलेश सिंह, अशोक वर्णवाल आदि सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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