रांची (RANCHI) : रांची राजधानी में ठंड प्रचंड होता जा रहा है. पूरे राज्य में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. जनवरी महीने की शुरुआत होते ही ठंड का असर सभी के सर चढ़ कर बोल रहा है. बात पिछले 24 घंटो की करें तो राज्य के कई जिले पूरी तरह से कोहरे की चपेट में हैं. कई जिलों में पिछले दो से तीन दिनों में धूप नहीं निकली है और ऐसे में लोग अपने-अपने घरों में ही दुबकने को मजबूर हैं. वहीं बात राजधानी की करें तो रांची में भी ठंड का असर साफ़ तौर से देखने को मिल रहा है. पिछले 24 घंटो में यहां पर हल्की धूप देखी गई. जबकि सुबह-सुबह यहां भी काफी ज़्यादा धुंध थी, जिसके कारण लोगों को सुबह से ही अपनी गाड़ियों की बत्ती जलाकर चलना पड़ा. ऐसे में बढ़ती ठंड को देखते हुए राज्य सरकार ने बच्चों के ठंड की छुट्टी को आगे बढ़ने का फैसला लिया है. निर्णय के अनुसार अब राज्य के सभी स्कूल कक्षा पांच तक 8 जनवरी तक के लिए बंद रहेंगे. यह जानकारी खुद राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने दी थी.
क्या लिया गया फैसला
इन दिनों कड़ाके की ठंड और शीतलहरी के कारण कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चों को शिक्षा मंत्री के तरफ से बड़ी राहत मिली है. शिक्षा मंत्री के आदेश पर कक्षा एक से कक्षा पांचवी तक के सभी सरकारी स्कूलों को 8 जनवरी तक बंद करने का निर्देश दिया है. राज्य में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ने के कारण छोटे बच्चे को स्कूल जाने में कठिनाई हो रही है. जबकि कई बच्चे बीमार भी पड़ रहे थे. लगातार अलग-अलग जिलों में जिला उपायुक्त के पास अभिभावक संघ ने पत्र भी दिया था और इसकी मांग रखी थी और पड़ोसी राज्य बिहार में स्कूलों को बंद करने का निर्देश बिहार सरकार ने पूर्व में ही जारी कर दिया था.
सतर्क और सावधान रहने की ज़रूरत
लोगों को अक्सर ऐसी गलतफहमी होती है कि ठंड के मौसम में लोगों को केवल बुखार, सर्दी और खांसी ही हो सकता है. बता दें कि बढ़ते ठंड में वायरल इंफेक्शन के साथ-साथ और कई बड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं. और अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं, तब तो आपको और भी सतर्क और सावधान रहने की जरूरत होती है.वहीं ठंड के मौसम में वायरल इनफेक्शन की समस्या बढ़ जाते हैं. इसलिए बढ़ती ठंड को देखते हुए सतर्कता बरतने की जरूरत होती है. ठंड के मौसम में सर्दी खांसी बुखार होने की आशंका बहुत अधिक रहती है, लेकिन इतना ही नहीं सर्दियों में हार्ट ब्लड प्रेशर, दम्मा, गठिया, पीठ में दर्द के मरीजों की परेशानी भी काफी बढ़ जाती है. ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही आपको भारी पड़ सकती है. बढ़ती ठंड में हार्ट और ब्लड प्रेशर के मरीजों को सावधानी बरतने की जरूरत होती है. इन्हें हर तरीके से ठंड से बचाव करने के उपाय अपनाने चाहिए. खानपान में बैलेंस डाइट लेने के साथ नियमित तौर पर डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है. बढ़ते ठंड में अगर ब्लड प्रेशर की समस्या अधिक हो जाए तो वह हार्टअटैक ऑन ब्रेन हेमरेज का रूप ले सकती है.
डाल्टनगंज में दर्ज की गई न्यूनतम तापमान
राज्य पिछले 24 घंटो के मौसम की बात करें तो तो राज्य के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे का कोहरा छाया रहा. जहां सबसे अधिक उच्च तापमान (25.4 डिग्री सेल्सियस ) चाईबासा में दर्ज की गई. वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान (10.3 डिग्री सेल्सियस) डाल्टनगंज दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 24 घंटे में भी ऐसा ही मौसम बने रहने की सम्भावना जताई गई है.
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