सुंदरकांड पढ़ा तो हनुमान जी से बढ़ा अनुराग, तो इस लड़के ने कर डाला संथाली भाषा में हनुमान चालीसा का अनुवाद...

अगर किसी चिज की लगन और मन में इसके प्रति लालासा बैठ जाए तो फिर खुद ब खुद ख्वाहिशे हकीकत में बदल जाती है. दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री विश्व विद्यालय से संस्कृत में बीएड कर रहे जामताड़ा निवासी रबिलाल हांसदा ने कुछ ऐसा ही किया.

सुंदरकांड पढ़ा तो हनुमान जी से बढ़ा अनुराग, तो इस लड़के ने कर डाला संथाली भाषा में हनुमान चालीसा का अनुवाद...