धनबाद(DHANBAD): चुनाव हो गए, परिणाम भी आ गया. ढुल्लू महतो धनबाद से सांसद बन गए, लेकिन विधायक सरयू राय के साथ उनकी तल्खी कम नहीं हुई है. सांसद बनने के बाद भी बयान बाजी तेज हुई है. सांसद ढुल्लू महतो ने विधायक सरयू राय को एक बार फिर निशाने पर लिया है. सांसद बनने के बाद पहली बार मोर्चा खोला है, तो सरयू राय ने भी पलटवार किया है. कहा है कि मैं किसी का निमंत्रण ठुकराता नहीं हूं .सांसद ढुल्लू महतो का निमंत्रण भी नहीं ठुकराऊंगा.समय का इंतजार कीजिए.
ढुल्लू महतो ने सरयू राय पर बोला हमला
सांसद ढुल्लू महतो ने कहा है कि झारखंड के सबसे बड़े माफिया सरयू राय हैं. वह गुंडो को संरक्षण देने वाले हैं. इनके गोतिया धनबाद में गुंडागर्दी करते हैं ,तो एक शब्द नहीं निकलता. वह दलित, आदिवासी व किसानों के विरोधी हैं. सांसद ढुल्लू महतो गुरुवार को प्रदेश भाजपा की ओर से आयोजित नवनिर्वाचित सांसदों के सम्मान समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. सांसद ने कहा कि सरयू राय में हिम्मत थी तो धनबाद से चुनाव क्यों नहीं लड़े. भाग क्यों गए. चुनाव लड़ते तो औकात का पता चल जाता.
सरयू राय ने भी किया पलटवार
इधर सांसद के बयान पर सरयू राय ने कहा है कि मैं निमंत्रण ठुकराता नहीं हूं. मैं बताऊंगा कि कौन माफिया है. सरयू राय ने कहा मैं सभी को यह बताऊंगा कि कौन पिछड़ा विरोधी है. ढुल्लू महतो ने दो एकड़ जमीन पर कब्जा किया है और यह जमीन गरीबों और पिछड़ों की है. जिस पर जेल से भी ऊंची दीवार बना दी गई है. मैं तो कीचड़ साफ करने गया था तो कुछ छींटे मेरे ऊपर भी पड़ेंगे. ढुल्लू महतो अगर मेरे गोतिया की बात कर रहे हैं तो मैं उसे भी देखूंगा .ईडी ने उनके खिलाफ ECIR दर्ज किया है, तो उसकी भी जांच होनी चाहिए. पटना के आईटी मुख्यालय ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है .उसकी भी बात करूंगा और केंद्र सरकार से आग्रह होगा की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए.
विधायक सरयू राय ने कहा है कि चुनाव के समय जब ढुल्लू महतो से मेरे बारे में पत्रकार सवाल करते थे, तो वह मुझे गार्जियन बताते थे. चुनाव जीतने के बाद उनकी भाषा बदल गई है. दरअसल लोकसभा चुनाव के पहले से सरयू राय धनबाद में सक्रिय थे. भाजपा ने जब ढुल्लू महतो को टिकट देने की घोषणा की तो सरयू राय धनबाद में कई दिनों तक रायशुमारी की. वह धनबाद लोकसभा से चुनाव लड़ना चाहते थे .लेकिन इसी बीच कांग्रेस ने बेरमो विधायक अनूप सिंह की पत्नी अनुपमा सिंह को उम्मीदवार बना दिया. अनुपमा सिंह जमशेदपुर जाकर सरयू राय से आशीर्वाद भी लिया .उसके बाद हवा बदल गई और सरयू राय धनबाद से चुनाव लड़ने का मन बदल लिया. लेकिन इसके बाद भी वह ढुल्लू महतो पर हमलावर रहे. कथित जमीन कब्जे को देखने बाघमारा भी गए. ग्रामीणों से मिले, उनकी शिकायतें सुनी. फिर इसकी शिकायत राज्यपाल से की. राजभवन से धनबाद की उपायुक्त को पत्र भी आया और कहा गया की जांच कर इस पर उचित कार्रवाई की जाए. चुनाव होने तक तो ढुल्लू महतो चुप थे लेकिन अब फिर एक बार जाकर मुखर हुए हैं. देखना है ढुल्लू महतो और सरयू राय के बीच छिड़ा जुबानी जंग क्या रंग दिखाती है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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