धनबाद(DHANBAD): बलियापुर के मेले में चाट खाने से बीमार हुए बच्चों के मामलों की जांच रिपोर्ट अभी पड़ी हुई ही है कि निरसा के कालिया सोल में फिर दो दर्जन बच्चे ठेले पर चार्ट खाकर बीमार पड़ गए. सभी बच्चों में फूड पॉइजनिंग के लक्षण है. रविवार की देर रात को सभी को इलाज के लिए धनबाद के SNMMCH लाया गया. सभी ने ठेले पर चार्ट ,गुपचुप एवं चाऊमीन खाया था. घर पहुंचने पर दस्त शुरू हो गई. पेट में दर्द की शिकायत भी पीड़ित कर रहे थे. गांव वालों ने सक्रियता दिखाई और सभी को लेकर अस्पताल पहुंच गए. रात 8:30 बजे के बाद बच्चों ने उल्टी करनी शुरू कर दी.आनन फानन में सभी बच्चों को स्थानीय डॉक्टरों के पास ले जाया गया. जहां से सभी को धनबाद भेज दिया गया. ग्रामीणों का आरोप है कि लगातार 108 नंबर पर एंबुलेंस के लिए फोन किया गया, मगर एंबुलेंस नहीं आई. इसे ग्रामीण आक्रोशित हो गए. फिर भी बच्चों के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए निजी वाहनों से धनबाद पहुंचे.
धनबाद में खाद्य पदार्थों की जांच की व्यवस्था पूरी तरह से फेल
इधर, धनबाद में खाद्य पदार्थों की जांच की व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई है .सिस्टम कॉलेप्स कर गया है. बाजारों में बिकने वाले सामान मानक के अनुसार हैं अथवा नहीं, इसकी जांच नहीं होती. हां, पर्व त्यौहार के समय कुछ बड़ी-बड़ी दुकानों से सैंपल लिए जाते हैं. लेकिन सैंपल की रिपोर्ट आते-आते दूसरे त्यौहार सामने आ जाते हैं. पहले धनबाद में ही जांच की व्यवस्था थी . माडा परिसर में जो लैबोरेट्री थी, उसमें तो अभी जंगल उग आए हैं. सैंपल लेकर अभी रांची के नामकुम भेजा जाता है .पूरे राज्य में एक ही प्रयोगशाला होने के कारण लोड अधिक होता है. इस वजह से जांच रिपोर्ट में विलंब होता है. नतीजा है कि लोग प्रदूषण खाद्य पदार्थ खाकर अस्पताल पहुंचते रहते हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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