धनबाद(DHANBAD): झारखंड में एसीबी रेस हो गया है. ग्रामीण कार्य विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम पर अब एसीबी में भी आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला चलेगा. 2020 में एसीबी ने दर्ज केस के आधार पर वीरेंद्र राम पर मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी. लेकिन लंबे समय से अनुमति नहीं मिल पाने के कारण जांच शुरू नहीं हो पाई थी. विभाग से आदेश के बाद एसीबी ने अब कोर्ट को जानकारी देकर मामले की जांच शुरू कर दी है. वीरेंद्र राम अभी बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद है. इधर, धनबाद एसीबी ने पेटरवार वन क्षेत्र पदाधिकारी अरुण कुमार के खिलाफ धनबाद ए सीबी थाने में आय से अधिक संपत्ति की प्राथमिकी दर्ज की है.
2019 में ही प्रिलिमनरी इंक्वायरी दर्ज कर हो रही थी जाँच
अरुण कुमार के खिलाफ 2019 में ही प्रिलिमनरी इंक्वायरी दर्ज कर निगरानी विभाग की टीम जांच कर रही थी. जांच में टीम को अरुण कुमार के पास आय से अधिक संपत्ति की जानकारी मिली है. एसीबी की टीम ने अरुण कुमार और उनके परिवार के लोगों के पास मिली संपत्ति का सत्यापन और मूल्यांकन कराया. उसके बाद उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की प्राथमिकी दर्ज की गई है. उनके पास आय से अधिक कितनी की संपत्ति है, इसकी जांच चल रही है. इधर, अभी हाल ही में धनबाद एसीबी ने दुमका में पदस्थापित पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को रांची से गिरफ्तार किया था. उनके खिलाफ गिरिडीह में रहते हुए गड़बड़ी करने का आरोप था. उनके खिलाफ भी निगरानी विभाग ने आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है. झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय की जांच और कार्रवाई चल ही रही है, इसी बीच एसीबी भी सक्रिय हो गया है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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