दुमका(DUMKA):लोक सभा का बिगुल बज चुका है. झारखंड की उपराजधानी दुमका में अंतिम चरण में यानी 1 जून को मतदान होगा.उग्रवाद प्रभावित दुमका जिला में भय मुक्त एवं शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन मुकम्मल तैयारी में जुटी है.दुमका लोक सभा क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत बढ़े इसके लिए स्वीप कोषांग द्वारा लगातार कार्यक्रम चलाए जा रहे है.वर्ष 2019 के लोक सभा चुनाव में यहां मतदान का प्रतिशत 71℅ के करीब था, जो झारखंड में सर्वाधिक मतदान प्रतिशत रहा था.इस बार के लोक सभा चुनाव में दुमका लोक सभा क्षेत्र में कुल 15 लाख 70 हजार 326 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. जिसमें 7 लाख 89 हजार 603 पुरुष, 7 लाख 80 हजार 716 महिला और 7 थर्ड जेंडर मतदाता हैं.
दुमका में लगभग 16 लाख मतदाता करेंगे मतदान
दुमका लोक सभा मे कुल 6 विधान सभा क्षेत्र आता है.दुमका जिला के दुमका, शिकारीपाड़ा और जामा विधान सभा, जामताड़ा जिला के जामताड़ा और नाला जबकि देवघर जिला का सारठ विधानसभा क्षेत्र शामिल है. विधानसभा वार मतदाताओं की संख्या देखें तो दुमका जिला के तीनों विधान सभा क्षेत्र में आधी आबादी यानी महिला मतदाता ज्यादा है. शिकारीपाड़ा विधान सभा में कुल 227370 मतदाता हैं, जिसमें 1लाख 10 हजार 605 पुरुष और 1लाख 16 हजार 765 महिला मतदाता है. दुमका विधानसभा में कुल 256108 मतदाता में 1 लाख 26 हजार 567 पुरुष, 1 लाख 29 हजार 538 महिला और 3 थर्ड जेंडर मतदाता है.
आधी आबादी लगायेगी जीत पर मुहर
वहीं जामा विधानसभा की बात करें तो यहां कुल 222076 मतदाताओं में से 1 लाख 9 हजार 491 पुरुष और 1 लाख 12 हजार 585 महिला मतदाता है. इस तरह देखें तो शिकारीपाड़ा विधानसभा में 6160, दुमका विधानसभा में 2971 और जामा विधानसभा में 3094 महिला मतदाता पुरुष मतदाता से ज्यादा है.दुमका जिला से बाहर शेष 3 विधानसभा क्षेत्र जामताड़ा, नाला और सारठ में पुरुष मतदाता की संख्या ज्यादा है. यहां गौर करनेवाली बात यह भी है कि जिन विधानसभा क्षेत्र में महिला मतदाता की संख्या पुरुष से ज्यादा है वो तीनों विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है.इस तरह देखा जाए तो दुमका लोकसभा क्षेत्र में भले ही पुरुष मतदाताओं की संख्या ज्यादा हो लेकिन दुमका जिला में आधी आबादी की भूमिका बेहद अहम है जिसे नजरअंदाज करना किसी भी दल के प्रत्यासी के लिए घातक हो सकता है.
रिपोर्ट-पंचम झा
4+