धनबाद(DHANBAD): बाल तस्करी की शिकार गुमला की एक बच्ची को डालसा ने गुरुवार को रेसक्यू किया. पीड़ित बच्ची को अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार राकेश रोशन के आदेश पर सीडब्ल्यूसी ने होप होम को सुपुर्द किया. वहीं इस मामले में श्रम अधीक्षक को भी कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. प्राधिकार के सचिव राकेश रोशन ने बताया कि धनबाद की एक महिला अधिवक्ता को रणधीर वर्मा चौक के समीप गुमला की एक बच्ची असहाय हालत में घूमती हुई मिली. अधिवक्ता ने नालसा के टॉल फ्री नम्बर 15100 पर पर फ़ोन कर सहायता की गुहार लगाई.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने बच्ची का किया रेस्क्यू
जिस पर फौरन कार्रवाई करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने महिला थाना के माध्यम से बच्ची को रेस्क्यू किया. तत्काल सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन उत्तम मुखर्जी ,श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार, डीसीपीओ साधना कुमारी डालसा कार्यालय पहुंची. जहां सभी कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी की गई. तत्काल बच्ची के चाचा, भाई जो गुमला में रहते हैं, से बात की गई. बच्ची ने पूछताछ के क्रम में बताया कि उसे पढ़ाने के नाम पर एक पुलिस अधिकारी अपने साथ लेकर आई थी. उससे बाल श्रम कराया जा रहा था और काफी प्रताड़ित किया जा रहा था.
महिला अधिवक्ता की बच्ची पर पड़ी थी नजर
विवश होकर बच्ची वहां से भाग गई और भटक रही थी. तभी एक महिला अधिवक्ता की नजर उस पर पड़ गई. वहीं इस बाबत जानकारी देते हुए सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन उत्तम मुखर्जी ने बताया कि पीड़ित बच्ची को डीसीपीओ के सहयोग से होप होम में रख दिया गया है. जहां बच्ची की काउंसलिंग की जाएगी और उसके पढ़ाई लिखाई से सम्बन्धित सभी कार्रवाई जल्द पूरी कर ली जाएगी. ताकि बच्ची पढ़ लिखकर अपना भविष्य संवार सके. वहीं श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार ने भी इस विषय को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कर संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई की बात कही है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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