गढ़वा(GADHWA): गढ़वा जिले के जंगली इलाके मे सैकड़ो की संख्या में हाथी पहुंचे है. इनके आतंक से अबतक आधा दर्जन लोगों की जान जा चुकी है, वहीं दर्जनों पालतू जानवरों को भी हाथी ने अपना शिकार बनाया है. सैकड़ो एकड़ फ़सल को नष्ट कर चुके है. कई दर्जन घरों को गिराया है. हाथी के इस आतंक से वन विभाग के प्रति ग्रामीणों का गुस्सा है.
इन दिनों जंगली हाथियों का आतंक सिर चढ़ कर बोल रहा है
गढ़वा जिले के दक्षिनी वन प्रमंडल के जंगलो में इन दिनों जंगली हाथियों का आतंक सिर चढ़ कर बोल रहा है. छत्तीसगढ़ के रास्ते गढ़वा के जंगलों में करीब 70 की संख्या मे जंगली हाथी पहुंचे है जो काफ़ी आक्रामक है. ये हाथी कूटकू -बिराजपुर,विश्रामपुर -बालिगढ़,भाजनिया-सिंजो,करसो -तेनुडीह,खुरी के जंगलो मे छोटे छोटे टुकड़े मे बंट कर गांव मे आतंक मचा रहे है.
एक माह मे चार लोगों को हाथियों ने पटक कर मार डाला
सिर्फ दक्षिनी प्रमंडल की बात करें तो विगत एक माह मे चार लोगों को हाथियों ने पटक कर मार डाला,जबकि इतने ही अभी अस्पताल मे इलाजरत है. हाथियों के इस आतंक से ग्रामीण सड़को पर उत्तर वन विभाग के प्रति आक्रोश जता रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों को विभाग नहीं भगा रही है. जिससे ग्रामीण परेशान और भयभीत है. रात भर जगकर अपने लोगों की रक्षा कर रहे हैं. सुनने वाला कोई नही है, मुआवजा भी समय पर नही मिल रहा है जो फ़सल उपजायें थे सब खा गया अब हमलोग क्या करें.
पढे क्या कह रहा है वन विभाग
इस मामले पर फॉरेस्टर ने कहा है कि जो भी क्षति हुआ है उसे सरकारी प्रावधान के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा. वहीं डीएफओ ने कहा कि सब लोगों से अपील किया जा रहा है कि जंगलों में रात और सुबह कोई नही जाए नहीं तो खतरा रहेगा. अभी हाथी 70 की संख्या में विभिन्न क्षेत्र में हाथी विचरण कर रहे है, इनको छेड़ने पर और आक्रमक हो जाएंगे.
रिपोर्ट-सुशील कुमार
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